शहडोल. विकास दुबे के मारे जाने के बाद शहडोल में उसके साले की पत्नी पुष्पा ने अपने पति और बेटे को छोड़ देने की गुहार यूपी एसटीएफ से लगाई है। पुष्पा ने कहा कि बेटा आदर्श अभी बारहवी क्लास में पढ़ रहा है। डर है कि कहीं यूपी पुलिस उसे किसी मामले में फंसा नहीं दे। अब विकास मारा गया है। इसलिए उसके बेटे औऱ पति को एसटीएफ को छोड़ देना चाहिए।
दरअसल, शहडोल बुढ़ार कस्बे में विकास दुबे का साला ज्ञानेंद्र अपने परिवार के साथ रहता है। उसके दो बेटे हैं। यहां उसका भूसे का कारोबार है। यूपी पुलिस सोमवार को उसके बेटे आदर्श और मंगलवार को ज्ञानेंद्र को उठा ले गई थी। ज्ञानेंद्र करीब 20 साल पहले विकास के साथ ही कानपुर में रंगदारी का काम करता था। उसपर कई मामले भी दर्ज हैं। करीब 17 साल पहले शादी के बाद वो बुढ़ार आ गया। यहां आकर उसने भूसे का कारोबार शुरू कर दिया। विकास के साले ने अपने बेटे को यूपी एसटीएफ द्वारा ले जाए जाने के बाद एसपी से मुलाकात की थी। इसके बाद उसे थाने में रोक लिया गया था। बुधवार को यूपी एसटीएफ उसे भी लेकर चली गई थी।
कहां- हमारा कोई लेना देना नहीं
गुरुवार को विकास को उज्जैन से गिरफ्तार किया गया और शुक्रवार को कानपुर के पास यूपी एसटीएफ ने उसका एनकाउंटर कर दिया। अपने जीजा के एनकाउंटर के बाद पुष्पा ने कहा कि हमारा उससे कोई संबंध नहीं है। हम अपनी जिंदगी शांति से जीने के लिए 17 साल पहले कानपुर से बुढ़ार आ गए थे। उसे उसके गुनाहों की सजा मिल गई है। अब तो यूपी एसटीएफ मेरे पति और बेटे को छोड़ दे। पुष्पा ने कहा कि उसके पति को लेने जो एसटीएफ के अधिकारी कानपुर से आए थे वे उसे अपना मोबाइल नंबर देकर गए थे। लेकिन वे अब फोन ही नहीं उठा रहे हैं। मुझे नहीं पता कि मेरे पति और बेटा किस हाल में हैं। पुष्पा ने कहा कि उसका बेटा आदर्श छोटा है। अभी बारहवी क्लास में पढ़ रहा है। डर है कि यूपी पुलिस उन्हें किसी मामले में फंसा नहीं दे। पुष्पा ने कहा कि उसका एक और छोटा बेटा है। अगर मेरे बेटे और पति को कुछ हो गया तो मेरा क्या होगा। उसने कहा कि मेरी यूपी एसटीएफ और मध्य प्रदेश सरकार से गुजारिश है कि दोनों को छोड़ा जाए।