छतरपुर. जिला अस्पताल में पदस्थ मेडिकल ऑफिसर डॉक्टर और उनकी पत्नी की कोरोना सैंपल रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। सैंपल लिए जाने से पहले मेडिकल आफिसर डॉक्टर ने डायलिसिस वार्ड में ड्यूटी की थी। संक्रमित के संपर्क में आए सिविल सर्जन, 5 डॉक्टर सहित 10 लोग क्वारैंटाइन किए गए हैं।
देर शाम हुई प्रशासन की बैठक में छतरपुर को आज से 3 दिन के लिए टोटल लॉकडाउन करने का निर्णय लिया गया है। कलेक्टर शीलेंद्र सिंह के आदेश में तारीख 9-11 जुलाई बताई गई है, इसके साथ ही इस रविवार यानि 12 जुलाई को टोटल लॉकडाउन प्रदेश भर में रहेगा। इस तरह से तीन दिन के लिए छतरपुर शहर सील रहेगा। दूध की दुकानें सुबह 07 से 11 बजे तक और दवाइयों की दुकानें 24 घंटे खुली रहेंगी। इसके अतिरिक्त अन्य सभी गतिविधियां आगामी तीन दिनों तक पूर्णतः प्रतिबंधित रहेंगी।
जिला अस्पताल में पदस्थ डॉक्टर और उनकी पत्नी को सर्दी-जुकाम की शिकायत होने पर गुरुवार की सुबह 11 बजे कोरोनावायरस का सैंपल लिया गया। सैंपल लिए जाने से पहले यह डॉक्टर डायलिसिस वार्ड पहुंचे और वहां डायलिसिस करा रहे 4 मरीजों को देखा था। इसके बाद इस डॉक्टर का स्वास्थ कर्मचारियों ने सैंपल लिया और जिला अस्पताल स्थित कोरोना लैब में जांच के लिए भेज दिया। दोपहर बाद आई जांच रिपोर्ट में यह डॉक्टर कोरोनावायरस से संक्रमित पाया गया।
डॉक्टर दंपती के पॉजिटिव आने के बाद स्वास्थ्य विभाग हरकत में आया
डॉक्टर दंपती के पॉजिटिव आने की जानकारी लगने पर जिला प्रशासन सहित स्वास्थ्य विभाग हरकत में आया। डॉक्टर की केस हिस्ट्री तलाश करने में लग गया। इसके साथ ही स्वास्थ विभाग ने डॉक्टर को सनसिटी स्थित निवास से एंबुलेंस की सहायता से इलाज के लिए आइसोलेशन सेंटर में भर्ती कराया। वहीं डॉक्टर की पत्नी की सैंपलिंग भी कराई गई जिनकी देर रात सैंपल की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इस तरह अब जिले में कोरोना मरीजों की संख्या कुल 64 हो गई है।
7 जुलाई को कॉल ड्यूटी पर थे डॉक्टर
कोरोना संक्रमित पाया गया डॉक्टर 7 जुलाई मंगलवार को कॉल ड्यूटी पर था। इस दौरान उन्होंने मेल, फीमेल सहित अन्य वार्डों में भर्ती मरीजों का चैकअप करते हुए इलाज दिया। इसके बाद उन्हें सर्दी, खांसी और बुखार की शिकायत हो गई। वहीं गनीमत यह रही कि 3 जुलाई को उन्होंने अंतिम बार इमरजेंसी में नाइट ड्यूटी कर मरीजों का इलाज किया। इसके बाद इस डॉक्टर ने जिला अस्पताल की वाह्य ओपीडी में भी ड्यूटी नहीं की।