रतलाम। विश्व जनसंख्या दिवस 11 जुलाई के अवसर पर जनसंख्या स्थिरता माह के अंतर्गत इच्छुक दंपतियों को उनकी पसंद के अनुसार परिवार कल्याण के साधन अपनाने के लिए प्रेरित किया जाएगा।
परिवार कल्याण के स्थायी साधन के रूप में प्रसव पश्चात सात दिन के अंदर ऑपरेशन कराने वाले दंपति को 3000 रूपये तथा प्रेरक को 400 रूपये दिए जाएंगे। पुरूष परिवार कल्याण ऑपरेशन कराने वाले दंपति को 3000 रूपये तथा प्रेरक को 400 रूपये दिए जाएंगे जबकि सामान्य रूप से परिवार कल्याण ऑपरेशन कराने वाले दंपति को 2000 रूपये तथा प्रेरक को 300 रूपये दिए जाएंगे। परिवार कल्याण के अस्थायी साधनों में प्रसव पश्चात आईयूसीडी लगवाने पर हितग्राही महिला को 300 रूपये दिए जाते हैं। पीपीआईयूसीडी लगाने वाले कर्मचारी को 150 रूपये तथा प्रेरक को 150 रूपये की राशि दी जाती है। बच्चों के जन्म में अंतर रखने के लिए अंतरा इंजेक्शन लगवाने पर हितग्राही को 100 रूपये तथा प्रेरक को 100 रूपये की राशि दी जाती है। गर्भनिरोधक गोली छाया एवं माला एन तथा निरोध की प्रदायगी भी माह में की जाएगी।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रभाकर ननावरे ने बताया कि विश्व जनसंख्या दिवस का नारा आपदा में भी परिवार नियोजन की तैयारी, सक्षम राष्ट्र और परिवार की पूरी जिम्मेदारी दिया गया है। 11 जुलाई से 10 अगस्त तक दंपतियों को परिवार कल्याण संबंधी सेवाऐं प्रदान की जाएंगी । डीएचओ डॉ. जी.आर. गौड ने बताया कि कार्यक्रम के दौरान कोविड 19 से बचाव के लिए सभी के लिए निर्धारित प्रोटोकॉल का पालन करना आवश्यक रहेगा। माह के दौरान उत्कृष्ट कार्य करने वाले कर्मचारियों को 15 अगस्त के अवसर पर पुरूस्कृत किया जाएगा। माह में परिवार कल्याण के साधनों पीपीआईयूसीडी और अंतरा इंजेक्शन के प्रयोग को बढावा देने पर फोकस किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि कन्या का विवाह 18 वर्ष की आयु के बाद, पहला बच्चा विवाह के दो साल बाद, पहले और दूसरे बच्चे में तीन साल का अंतर तथा दो बच्चों के बाद स्थायी साधन अपनाना ऐसे महत्वपूर्ण व्यवहार हैं जिन्हें अपनाने से मातृ मृत्यु दर, शिशु मृत्यु दर और सकल प्रजनन दर में तेजी से कमी लाई जा सकती है।