भोपाल. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मध्य प्रदेश के रीवा में बने अल्ट्रा मेगा सोलर प्लांट राष्ट्र को समर्पित किया। पीएम मोदी ने कहा- मध्य प्रदेश साफ-सुथरी और सस्ती बिजली का हब बन जाएगा। हमारे मध्यम और गरीब परिवारों को होगा। किसानों को होगा और आदिवासियों को इससे फायदा होगा। हमारी संस्कृति में सूर्य का विशेष महत्व रहा है। उन्होंने एक संस्कृत श्लोक के जरिए बताया कि, 'जो उपासना के योग्य सूर्य हैं, वो हमें पवित्र करें।' पीएम मोदी ने कहा कि रीवा में ऐसा ही अहसास हो रहा है।
सूर्य देव की इस ऊर्जा को आज पूरा देश महसूस कर रहा है। सौर ऊर्जा आज ही नहीं, 21वीं सदी का एक बड़ा माध्यम बनने जा रहा है। ये श्योर, प्योर और सिक्योर है। श्योर इसलिए कि सूर्य हमेशा चमकता रहेगा, जब सभी संसाधन खत्म हो जाएंगे। प्योर, इसलिए क्योंकि इससे पर्यावरण पूरी तरह से सुरक्षित और साफ-सुथरा बना रहेगा। सिक्योर इसलिए कि इससे बिजली की जरूरत को आसानी से पूरा किया जा सकेगा।
सोलर एनर्जी में दुनिया की टॉप फाइव में पहुंचे: पीएम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हम सोलर ऊर्जा के मामले में दुनिया के शीर्ष पांच देशों में पहुंच गए हैं। इसमें भारत आत्मनिर्भर बन रहा है। जब हम आत्मनिर्भरता की बात करते हैं, तब इकोनॉमी उसका एक सबसे जरूरी भाग है। दुनिया भर के वैज्ञानिक इस बात को लेकर पसोपेश में रहे हैं कि उद्योग को बढ़ाएं कि पर्यावरण को। भारत ने ये दिखाया है कि इकोनॉमी और पर्यावरण एक-दूसरे के पर्याय हो सकते हैं। बिजली आधारित परिवर्तन के लिए नए रिसर्च होने लगे हैं। ऐसे अनेक प्रयास हैं, जो इंसान के जीवन को बेहतर बनाने के लिए किए जा रहे हैं।
आत्मनिर्भरता तभी संभव है, जब आत्मविश्वास हो
पीएम मोदी ने कहाकि आत्मनिर्भरता तभी संभव है, जब आत्मविश्वास हो। गरीब कल्याण योजना ऐसे ही संभव हुई है। हमने गरीबों को दीपावली और छठ तक अनाज देने का निर्णय लिया है। आखिर में पीएम मोदी ने कहा कि स्वच्छता के दो गज की दूरी, चेहरे पर मास्क, हाथ को 20 सेकेंड तक धुलना। इस अनुशासन में कभी कहीं पर भी कमी मत आने देना। आपका जीवन बहुत मूल्यवान है, और परिजनों का जीवन भी बेहद मूल्यवान है। हरदम इसका पालन करना ही है। सुरक्षित भविष्य की नींव रीवा में डाली है, इस काम को छोटा मत समझना। आप सतर्क रहें, सुरक्षित रहें और स्वस्थ रहें। बहुत-बहुत आभार।
लोकार्पण कार्यक्रम में पीएम मोदी के साथ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, प्रहलाद पटेल और उप्र की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जुड़े। इससे पहले शिवराज सिंह चौहान ने बैठक कर कार्यक्रम की तैयारियों की समीक्षा की। बैठक में उद्घाटन की तैयारियों को लेकर ट्रायल किया गया। मध्य प्रदेश सरकार ने केंद्र सरकार के सहयोग से 22 दिसंबर 2017 को इसकी नींव रखी गई थी।
750 मेगावाट क्षमता है इस परियोजना की
गुढ़ रीवा में स्थापित वृहद सौर ऊर्जा संयंत्र परियोजना 750 मेगावाट की है और 1590 हेक्टेयर क्षेत्र में स्थापित है। यह दुनिया के सबसे बड़े सिंगल साइड सौर सयंत्रों में से एक है। इस सौर ऊर्जा प्लांट में कुल तीन इकाईयां है। प्रत्येक इकाई में 250 मेगा वाट विद्युत का उत्पादन हो रहा है। परियोजना से उत्पादित विद्युत का 76 प्रतिशत अंश प्रदेश की पावर मैनेजमेंट कंपनी और 24% दिल्ली मेट्रो को प्रदान किया जा रहा है।
प्रति यूनिट बिजली 2.97 रुपए
यह परियोजना इस मायने में भी महत्वपूर्ण है क्योकि इसमें प्रति यूनिट की क्रय दर 2 रूपये 97 पैसे है, जो अब तक की न्यूनतम दर है। सौर परियोजना को पर्यावरण की दृष्टि से देखे तो रीवा सौर परियोजना से प्रतिवर्ष 15.7 लाख टन कार्बन डाइऑक्साइड के उर्त्सजन को रोका जा रहा है जो 2 करोड़ 60 लाख पेड़ों को लगाने के बराबर है।