इंदौर। मध्यप्रदेश की सांवेर विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जनसंवाद करते हुए मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि जो 22 विधायक कांग्रेस से भारतीय जनता पार्टी में आए हैं वह सच्चे जनसेवक हैं। उन्होंने कमलनाथ को बहुत समझाया कि हमें जनता ने प्रदेश के विकास के लिये चुना है, लेकिन कमलनाथ जी वल्लभ भवन में बैठकर पैसे गिनने में लगे रहे। ऐसी भ्रष्ट सरकार को गिराना ज़रूरी था।
जनसेवा की बात करते हुए शर्म नहीं आती ?
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कमलनाथ जी, आपने संबल योजना बंद की, बच्चों को पढ़ाई – लिखाई तक से वंचित कर दिया। गरीब की मृत्यु पर भाजपा सरकार ने कफ़न का इंतजाम किया था उसका भी आप पैसा खा गये। आज इन्हें जनसेवा की बात करते हुए शर्म नहीं आती ?
हर लाभ से वंचित करने की कोशिश की कमलनाथ जी ने
सीएम शिवराज सिंह ने कहा कि कमलनाथ जी ने फसल बीमा योजना का प्रीमियम ही नहीं भरा था। हमने आते ही साथ सबसे पहले बीमा का प्रीमियम भरा जिससे किसान भाइयों के बैंक खातों में 2,990 करोड़ रुपये आये। हर लाभ से वंचित करने की कोशिश की कमलनाथ जी ने!
प्रदेश के साथ कमलनाथ ने बड़ा अपराध किया है: सीएम शिवराज सिंह चौहान
शिवराज सिंह चौहान ने आरोप लगाया कि कोरोनाकाल में कमलनाथ जी ने प्रदेश को संकट में डाल दिया। इस महामारी से निजात के लिये उनके पास बिल्कुल भी समय नहीं था। आईफा की बैठक करने और पैसे बनाने में पूरी कांग्रेस सरकार व्यस्त थी। प्रदेश के साथ इन्होंने बड़ा अपराध किया है।
राहुल बाबा कहते थे कि 10 दिन में कर्ज़ माफ नहीं किया तो मुख्यमंत्री बदल दूंगा
कमलनाथ जी, अपने वचनपत्र में ऋणमाफी की कोई तारीख तय नहीं की थी, कहा गया था कि सबके ऋण माफ होंगे। बाद में कहा गया कि 31 मार्च 2018 तक के ही ऋण माफ होंगे! ऐसे कैसे मुकर गए कमलनाथ जी, जनता को जवाब दीजिए! राहुल बाबा कहते थे कि 10 दिन में कर्ज़ माफ नहीं किया तो मुख्यमंत्री बदल दूंगा। अब कहाँ गए बाबा?कमलनाथ जी, दिग्विजय सिंह जी और राहुल जी जवाब दें, झूठ क्यों बोला?