भोपाल. कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री शत्रुघ्न सिन्हा ने मध्य प्रदेश सरकार में पहले मंत्रिमंडल और फिर विभागों के बंटवारे में देरी पर तंज कसा है। सिन्हा ने मंगलवार को ट्वीट करते हुए कहा- मध्य प्रदेश में भाजपा तीन खेमों में बंट गई है। पहला- महाराज, दूसरा- नाराज और तीसरा- शिवराज।
अभी तक नहीं बंटा विभाग
2 जुलाई को मंत्रिमंडल विस्तार 5 दिन बाद विभागों के बंटवारे में पेंच फंसा है। शिवराज दिल्ली से वापस भोपाल आ गए हैं। उन्होंने कहा है कि अभी और होमवर्क होना बाकी है। इधर, पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि सौदा हो रहा है। सौदे से सरकार बनी, सौदे से मंत्रिमंडल बना और सौदे से ही विभाग बंटेंगे। उन्होंने कहा कि राज्य की जनता सब देख रही है और उन्हें उम्मीद है कि वह ऐसे लोगों को सबक सिखाएगी।
अहम विभागों पर सिंधिया की नजर
कमलनाथ सरकार में ज्योतिरादित्य सिंधिया खेमे के पास स्वास्थ्य, राजस्व, महिला एवं बाल विकास, स्कूल शिक्षा, परिवहन, श्रम और खाद्य विभाग थे। बताया जा रहा है कि सिंधिया ये विभाग अपने समर्थकों को दिलाने की जुगत में हैं। इन विभागों के अलावा कुछ अन्य अहम विभागों पर भी सिंधिया और उनके सहयोगी मंत्रियों की निगाहें हैं।
शिवराज जो विभाग चाह रहे, केंद्रीय नेतृत्व उन पर राजी नहीं
सूत्रों का कहना है कि मुख्यमंत्री भी वाणिज्यिक कर, आबकारी, महिला बाल विकास, परिवहन, ऊर्जा, उद्योग, जल संसाधन, नर्मदा घाटी विकास समेत कुछ विभाग अपने करीबी मंत्रियों के पास रखना चाहते हैं। केंद्रीय नेतृत्व इस पर तैयार नहीं हो रहा। हालांकि, प्रदेश संगठन ने कुछ नए नाम सुझाए हैं, लेकिन इस पर अंतिम निर्णय नड्डा और संतोष को लेना है।