भोपाल। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद मध्यप्रदेश में आज फ्लोर टेस्ट होना है। देर रात विधानसभा की कार्यसूची जारी कर दी गई है। इस सूची में फ्लोर टेस्ट का जिक्र किया गया है। वहीं, दूसरी तरफ आखिरी वक्त में कमलनाथ ने अपना एक दांव चल कर बड़ा झटका दिया है। फ्लोर टेस्ट से पहले भी भाजपा के एक विधायक ने भी इस्तीफा दे दिया है जिसे विधानसभा अध्यक्ष ने स्वीकार कर लिया है। वहीं, दूसरी तरफ भाजपा के एक विधायक लगातार बागी तेवर दिखा रहे हैं।
भाजपा विधायक का इस्तीफा
सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद मध्यप्रदेश का सियासी पहिया पूरी तरह से घूम गया है। कांग्रेस में हलचल बढ़ गईं और देर रात विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति ने ज्योतिरादित्य सिंधिया खेमे के 16 बागी विधायकों के इस्तीफे मंजूर कर लिए। कांग्रेस ने ब्यौहारी से भाजपा विधायक शरद कोल का इस्तीफा दिलाकर बड़ा झटका दिया है। हालांकि इसके बाद भी सीएम कमलनाथ आंकड़ो से पिछड़ते हुए दिखाई दे रहे हैं। अटकलें लगाई जा रही हैं सीएम कमलनाथ फ्लोर टेस्ट से पहले अपना इस्तीफा दे सकते हैं।
शिवराज सिंह ने मांगी विधायकों की सुरक्षा
पूर्व सीएम शिवराज सिंह ने भी डीजीपी को चिट्ठी लिखकर अपने विधायकों की सुरक्षा की मांग की है। उन्होंने पत्र में लिखा है कि उनके विधायक सुबह 8.30 पर सीहोर से विधानसभा के लिए प्रस्थान करेंगे, ऐसे में विधायकों के लिए कड़ी सुरक्षा की जरूरत है। रास्ते में आसामाजिक तत्व बवाल कर सकते हैं।
दूध का दूध पानी का पानी होगा
पूर्व सीएम शिवराज सिंह ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद ट्वीट करते हुए कहा- प्रदेश की करोड़ों करोड़ जनता की दुआएं और आशीर्वाद आज हमारे साथ है। कल फ्लोर टेस्ट में इस कांग्रेस की सरकार की पराजय होगी और नई सरकार बनने का रास्ता साफ होगा। हम माननीय सर्वोच्च न्यायालय के इस निर्णय का शीश झुकाकर स्वागत करते हैं। दूध का दूध और पानी का पानी साफ हो जाएगा।