इंदौर। मध्य प्रदेश के मंत्रिमंडल विस्तार में सबसे ज्यादा किरकिरी श्री कैलाश विजयवर्गीय की हुई है। मंत्रिमंडल विस्तार से पहले उन पर शिवराज सिंह चौहान से अनबन के कारण पार्टी को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगा और फिर तमाम प्रयासों के बावजूद वह अपने सबसे कट्टर साथी विधायक श्री रमेश मेंदोला को मंत्रिमंडल में जगह नहीं दिलवा पाए।
गुरुवार को मंत्रिमंडल विस्तार से पहले बुधवार को जब मंत्रियों के नामों में जोड़ने घटाने का दौर लगातार चल रहा था तब श्री कैलाश विजयवर्गीय लगातार विधायक रमेश मेंदोला को अपने साथ बनाए हुए थे। बुधवार को दोनों उज्जैन पहुंचे। यहां बाबा महाकाल के दर्शन किए। लौटने के बाद इंदौर पितृ पर्वत पहुंचे, यहां रात 10:00 बजे तक रुके रहे।
कैलाश विजयवर्गीय समर्थकों को पूरा विश्वास था मेंदोला मंत्री बनेंगे
श्री कैलाश विजयवर्गीय के समर्थकों को पूरा विश्वास था कि श्री रमेश मेंदोला को मंत्री पद जरूर मिलेगा। आखिर कैलाश विजयवर्गीय की गृह मंत्री श्री अमित शाह से सीधे और व्यक्तिगत संबंध है। मंत्रिमंडल में कम से कम 1 सीट तो उनके लिए रहेगी ही। तीन नंबर विधानसभा के विधायक आकाश विजयवर्गीय भी बुधवार को इंदौर में ही थे। उन्होंने भी कहा था कि पूरी उम्मीद है कि मंत्रीमंडल में इंदौर शहर का भी प्रतिनिधित्व होगा। विधायक रमेश मेंदोला मंत्री पद के लिए योग्य हैं।