इंदौर. पुलिस रिमांड में जीतू सोनी की नौटंकियां जारी हैं। अफसर हनी ट्रैप में पूछताछ करते हैं तो कभी सिर पीटता है तो कभी जमीन पर हाथ पटककर नाराजगी दिखाता है। किसी भी सवाल का सीधा जवाब नहीं दे रहा। गुरुवार को जीतू की रिमांड का चौथा दिन था, लेकिन अफसर अब तक उससे हनी ट्रैप का कोई राज नहीं उगलवा सके। पलासिया थाने के मानव तस्करी के प्रकरण में भी उसने माय होम होटल में मिली 67 लड़कियों के बयानों को गलत बताकर उन्हें प्रताड़ना की बात से इनकार कर दिया। जब अफसरों ने दयनीय स्थिति में रह रही लड़कियों के कमरों के फोटो और रिकॉर्डिंग में उनकी दुर्दशा दिखाई तो मुंह झुकाकर बैठ गया।
बुधवार रात पूछताछ में जीतू ने अफसरों को बताया कि पश्चिम बंगाल के 24 परगना जिले में कई गरीब परिवार हैं। होटल में डांस करने के लिए लड़कियों को बुलाने के लिए उनके परिजन को होटल में नौकरी दिलाने का झांसा देता था। जो परिजन बच्चियों को लेकर आते, उन्हें होटल के गुप्त कमरों में ठहराता था।
आज कोर्ट में पेश करेगी पुलिस, एमआईजी पुलिस ले सकती है रिमांड
जीतू सोनी का 3 जुलाई को पुलिस रिमांड खत्म हो रहा है। उसके ऊपर माफिया अभियान में 47 प्रकरण दर्ज हैं। एक सबसे अहम प्रकरण एमआईजी थाने में नगर निगम के सिटी इंजीनियर हरभजन सिंह ने भी दर्ज करवाया था। पुलिस इस केस में भी उससे पूछताछ के लिए रिमांड लेगी। कल दोपहर तक पुलिस उसे कोर्ट पेश कर सकती है।
जो पति बनते थे, वही एजेंट निकले
जीतू ने बताया कि होटल में युवतियों को एजेंट नहीं, बल्कि उनके परिवार के लोग लाते थे। इस पर पुलिस ने खुलासा किया कि जिन्हें वह युवतियों का पति बताता है, वह सभी एजेंट निकले हैं और ये बयान युवतियों ने कोर्ट में दिए हैं तो वह चुप हो गया और सिर झुका लिया। गौरतलब है कि पुलिस मानव तस्करी में 41 एजेंटों को भी गिरफ्तार कर चुकी है। इन्हें ऑर्केस्ट्रा के बैंड लीडर (बैंड मास्टर) से संपर्क कर लाते थे। जीतू इन लड़कियों को इन पर उड़ाए रुपयों के आधार पर रात में ही उनका कमीशन यानी 1 से 2 हजार रुपए देता था।