भोपाल. मंत्रिमंडल विस्तार के तहत नए मंत्री बनने वाले दस जनप्रतिनिधियों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं। सबसे ज्यादा 20 मामले प्रद्युम्न सिंह तोमर पर हैं। वे पिछली कांग्रेस सरकार में भी मंत्री रहे हैं और बाद में वे भाजपा में शामिल हो गए थे। तोमर के बाद सर्वाधिक पांच प्रकरण दिमनी विधायक गिर्राज दंडोतिया पर हैं। यह खुलासा गुुरुवार को जारी एडीआर की रिपोर्ट में हुआ है। 18 मंत्रियों पर कोई मामला नहीं है। जिन मंत्रियों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं उनमें शुजालपुर के इंदर सिंह परमार पर दो प्रकरण हैं और शेष मंत्रियों पर एक-एक मामला दर्ज है। जिन मंत्रियों पर केवल एक प्रकरण है उनमें एदल सिंह कंसाना, सुरेश धाकड़, ओमप्रकाश सकलेचा, मोहन यादव, इमरती देवी, रामखेलावन पटेल और ऊषा ठाकुर शामिल हैं। पांच मंत्रियों पर गंभीर आपराधिक मामले हैं।
इमरती समेत 4 मंत्री 12वीं पास
मंत्रिमंडल में चार मंत्री 12वीं पास भी हैं। इनमें भाजपा में शामिल हुई इमरती देवी, प्रद्युम्न सिंह तोमर, भारत सिंह कुशवाह और महेंद्र सिसोदिया शामिल हैं। बृजेंद्र सिंह यादव पांचवीं और एदल सिंह कंसाना आठवीं पास हैं। अटेर के अरविंद सिंह भदौरिया और उज्जैन के मोहन यादव पीएचडी हैं। नौ मंत्री पोस्ट ग्रेजुएट हैं। दो मंत्री साक्षर हैं, जिनमें सुरेश धाकड़ व प्रेम सिंह हैं।
24 मंत्री हैं करोड़पति
नए मंत्रियों में 24 मंत्री करोड़पति हैं। सबसे ज्यादा 46 करोड़ रुपए की संपत्ति खुरई विधायक भूपेंद्र सिंह की है। उनके बाद सर्वाधिक संपत्ति 31 करोड़ रुपए की मोहन यादव की है। चार मंत्री लखपति हैं।