कानपुर देहात कोरोना वायरस को लेकर देश सहित प्रदेश के हालात बदतर हो गए हैं। इसके बचाव के लिए सरकार की लगातार स्थितियों को लेकर निगाहें टिकी हुई है। सरकार के निर्देश पर सरकारी संस्थाओं सहित निजी संस्थाएं एवं समाजसेवी समितियों ने भी अब लोगों के लिए प्रयास शुरू करदिए हैंऐसी ही कानपुर देहात के पुखरायां की नेकद्वार सेवा समिति द्वारा ग्राम गदाइखेड़ा में कोरोना से बचाव के लिए जागरूक अभियान चलाया गया। समिति के पदाधिकारियों ने ग्रामीणों को बचाव के तरीकों को विस्तार से बताया। इसके साथ ही करीब आधा सैकड़ा लोगों को निशुल्क मास्क वितरित किये।
इस दौरान लोगों को बताया गया कि कोरोना से डरने की जरूरत नही है, बल्कि बचाव करने की आवश्यकता है, क्योंकि बचाव ही इसका इलाज है। उन्होंने कहा कि सभी लोग अपने हाथ साबुन से ठीक तरीके से धोते रहे और ध्यान रहे हाथों को अपने मुंह मे न लगायें क्योंकि ये वायरस आंखों, नाक व मुह के माध्यम से शरीर मे प्रवेश करता है। ये थूक के माध्यम से मुंह से निकलता है और 1 से डेढ़ मीटर तक जाता है। इसलिए किसी से बात करते वक़्त इतनी दूरी बनाए रखे। सेनिटाइजर अगर उपलब्ध हो तो हांथ उससे ही धोएं।
उन्होंने कहा कि खांसी, जुकाम व बुखार की स्थित में घबड़ाने की जरूरत नही है, बल्कि निकट के अस्पताल में संपर्क करें। किसी के इन सभी लक्षणों के साथ अगर सांस फूलने में दिक्कत हो रही है तो ज्यादा सावधानी की जरूरत है और सरकार द्वारा बनाये गए कॅरोना के परीक्षण केंद्रों में जाकर जांच कराए। इस समय भारत मे कोरोना द्वितीय चरण में पहुंच गया है और अगले 30 दिन तक बेहद सावधानी की जरूरत है, जिससे इस बीमारी को फैलने से रोका जाए। संदीप बंसल ने बताया कि नेकद्वार सेवा समिति ने अपनी सामाजिक जिम्मेदारी समझते हुए जागरूकता कार्यक्रम शुरू किया है और ये कोरोना के खत्म होने तक जारी रखा जाएगा।