डॉक्टर्स डे पर मुख्यमंत्री शिवराज ने ‘किल कोरोना अभियान’ शुरुआत की; कहा- कोरोना के खिलाफ इतना बड़ा सर्वे देश में कहीं नहीं हुआ

Posted By: Himmat Jaithwar
7/1/2020

भोपाल. भोपाल में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने डॉक्टर्स डे पर 'किल कोरोना अभियान' की शुरुआत की। इस कार्यक्रम में भोपाल सांसद साध्वी प्रज्ञा, हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा और गोविंदपुरा विधायक कृष्णा गौर भी मौजूद रहे। हालांकि इसमें प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री नरोत्तम मिश्रा मौजूद नहीं थे। बताया जा रहा है कि वह दिल्ली में है। यहां पर मुख्यमंत्री ने मंत्र देते हुए कहा, 'दो गज की दूरी, चेहरे पर फेसकवर मास्क जरूरी।'

अनलॉक होने के बाद बाजार खुले हैं और खुलना भी चाहिए। इसके बगैर जिंदगी नहीं चलेगी, लेकिन हमें सावधान रहने की जरूरत है। सोशल डिस्टेंसिंग रखनी होगी, मास्क पहनना होगा। ये लड़ाई कोरोना से है, हारेगा कोरोना, भागेगा कोरोना। कार्यक्रम समन्वय भवन में हुआ, इस मौके पर मुख्यमंत्री शिवराज ने सार्थक लाइट एप की लांचिंग भी की। इस एप के जरिए लोग फीडबैक दे पाएंगे, साथ ही डॉक्टर और सर्वे टीम इसमें फीडिंग करेगी। 

अभियान के कार्यक्रम में भोपाल सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर भी मौजूद रही हैं। 

कोरोना को जड़ से मिटाएंगे: शिवराज 
मुख्यमंत्री शिवराज ने कहा कि कोरोना को जड़ से मिटाएंगे, घर-घर हमारे लोग पहुंचेंगे। लक्षण आने पर हम सबसे पहले घर में जांच करेंगे। ये लड़ाई केवल सरकार और प्रशासन की नहीं है, लोगों के बगैर कोई लड़ाई जीती नहीं जा सकती है। कोरोना के खिलाफ इतने बड़े और व्यापक पैमाने पर सर्वे देश में कहीं नहीं किया गया होगा। हर घर में स्क्रीनिंग करेंगे, टेस्टिंग करेंगे और ये समाज और आप सबके सहयोग से ही पूरा हो सकता है। 'किल कोरोना अभियान' में डोर-टू-डोर सर्वे के लिए पूरे प्रदेश में 11 हजार 458 सर्वे टीम लगाई गई हैं। प्रत्येक टीम को नॉन कॉन्टैक्ट थर्मामीटर, पल्स ऑक्सीमीटर और जरूरी प्रोटेक्टिव गियर दिया गया है। अभियान 15 जुलाई तक चलेगा। 

मुरैना को लेकर चिंता है: सीएम 
मुख्यमंत्री ने कहा, अभी मुरैना को लेकर चिंता है। भिंड-मुरैना के लोगों को सावधान रहना चाहिए। हमने वहां पर फिर से कर्फ्यू लगाया गया है। धौलपुर से आने वाले रास्ते पर पाबंदी लगाई है, वहां से आने वाले लोगों की स्क्रीनिंग की जा रही है। कोरोना लौट रहा है, कई देशों में लौटा है। इसलिए हमने किल कोरोना अभियान चलाया है। दो गज की दूरी, चेहरे पर फेसकवर मास्क जरूरी है। अनलॉक होने के बाद बाजारों में भीड़ बढ़ गई है, इसमें भी थोड़ा सावधानी बरतें। 

डॉक्टर धरती के भगवान हैं 

शिवराज सिंह ने कहा कि डॉक्टर्स डे पर मैं उन सभी डॉक्टरों को प्रणाम करता हूं। जिन्होंने दिन-रात लगातार कोरोना संक्रमण से प्रभावित लोगों की सेवा में लगे रहे। परिवार से मिलने नहीं गए, घर में लाड़ली लक्ष्मी आई तो 15 दिन उसका चेहरा भी नहीं देख पाए। डॉक्टर तो धरती के भगवान हैं। उन्होंने कोरोना संकट में इस बात को साबित भी किया है। प्रदेश में न केवल डॉक्टर्स नहीं, हमारी नर्सें, वार्ड ब्वॉय, आशा बहनों ने सेवा की एक नई मिसाल कायम की है। 

पूरे प्रदेश में मोर्चे पर डटे रहे और संक्रमित हो गए। डॉक्टर्स संक्रमित हुए, रेवेन्यू अफसर-कर्मचारी संक्रमित हुए। ऐसे उन सभी योद्धाओं को मैं हाथ जोड़कर प्रणाम करता हूं। सामाजिक कार्यकर्ताओं ने भी गजब किया है, भोजन वितरण से लेकर राशन वितरण तक लेकर। वह हर तरह से जुटे रहे, मैं उनको भी नमन करता हूं। 

बैठक में बड़ी संख्या में स्वास्थ्य विभाग के तमाम अफसर और कर्मचारी मौजूद रहे। 

मध्य प्रदेश का रिकवरी रेट, ग्रोथ रेट लगातार घट रहा है 

मुख्यमंत्री ने कहा, इंदौर में बस्तियां की बस्तियां संक्रमित हो गया। भोपाल में स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी कोरोना का शिकार हो गए थे। यहां तक कि स्वास्थ्य विभाग की पीएस भी संक्रमित हो गई थीं। अब हम संक्रमितों की संख्या में 14वें नंबर पर पहुंच गए हैं। रिकवरी रेट 77% फीसदी हो गया है, ग्रोथ रेट लगातार घट रही है। नीचे तक मजबूत ढांचा खड़ा करने की कोशिश की और ये सब हुआ पीएम की वजह से। उन्होंने समय पर जगाया, चेताया। इसलिए हम संक्रमण पर नियंत्रण कर सके। 

सार्थक एप में दर्ज की जाएगी जानकारी 
'किल कोरोना अभियान' में सर्वे द्वारा एसएआरआई /आईएलआई के संदिग्ध मरीजों के साथ-साथ मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया आदि के संदिग्ध मरीजों को भी चिन्हांकित कर इनकी जानकारी 'सार्थक एप' में दर्ज की जाएगी। कोविड-19 के जिन संदिग्धों की प्रविष्टि 'सार्थक एप' पर की जाती है, उससे संबंधित क्षेत्रों को मेप्ड एमएमयू द्वारा सैंपलिंग की जाएगी। रोजाना चिन्हित किए गए संदिग्धों की सैंपलिंग के बाद उनकी टेस्टिंग आरटीपीसीआर और टीआरयूएनएटी के जरिए की जाएगी।

3 लाख से ज्यादा सैंपल लिए जाएंगे 
प्रदेशभर में एसएआरआई/आईएलआई सर्वे के बाद चिन्हित संदिग्धों के 3 लाख से ज्यादा सैंपल लिए जाएंगे। रोजाना 21 हजार टेस्ट किए जाने की क्षमता विकसित की जा रही है। इसमें प्रदेश के औसत पॉजीटिविटी से अधिक पॉजीटिविटी वाले 13 जिलों में सघन सैंपलिंग आरटीपीसीआर और टीआरयूएनएटी के जरिए होगी। ऐसे 29 जिले जहां पाॅजीटिविटी दर प्रदेश के औसत से कम है, इसमें जनरल सर्विलांस के लिए पूल्ड सैंपलिंग के निर्देश दिए गए हैं।



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