भोपाल. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान दिल्ली से तीसरे दिन मंगलवार सुबह भोपाल लौट आए हैं। सूत्रों की मानें तो चौहान के प्रस्तावित मंत्रिमंडल की सूची को भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने रिजेक्ट कर दिया है। इसके साथ नए नामों को लेकर कवायद तेज हो गई है। खबर ये भी है कि मंत्रिमंडल विस्तार में गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा और जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट को उप मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है। सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस सरकार के पतन से पहले तय फॉर्मूले के अनुसार, शिवराज सिंह को तुलसी सिलावट को उप मुख्यमंत्री बनाना है।
दरअसल, 2018 में कांग्रेस हाईकमान ने प्रदेश में सरकार बनते ही ज्योतिरादित्य सिंधिया के सामने उप मुख्यमंत्री बनने का प्रस्ताव रखा था। सिंधिया ने अपने समर्थक तुलसी सिलावट को उप मुख्यमंत्री बनाने के लिए कह दिया था। पार्टी हाईकमान ने सिंधिया के इस प्रस्ताव को स्वीकार नहीं किया था। ऐसे में सिंधिया का धीरे-धीरे कांग्रेस से मोहभंग हुआ और उन्होंने 9 मार्च को पार्टी से इस्तीफा दे दिया। अगले ही दिन भाजपा ज्वॉइन कर ली। उनके समर्थन में 22 विधायकों ने भी विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। बाद में 20 मार्च 2020 को कांग्रेस सरकार गिर गई।
सरकार बनाने से पहले दो डिप्टी सीएम का फॉर्मूला तय हुआ था
सूत्रों का कहना है कि इससे पहले सिंधिया और भाजपा नेताओं के बीच एक फॉर्मूला तय हुआ था। उसके अनुसार, सिंधिया खेमे से तुलसी सिलावट और भाजपा से नरोत्तम मिश्रा को उप मुख्यमंत्री बनाया जाएगा। अब सिंधिया चाहते हैं कि भाजपा अपना वादा निभाते हुए तुलसी सिलावट को उप मुख्यमत्री बनाए। अगर भाजपा तुलसी सिलावट को उप मुख्यमत्री बनाती है तो संतुलन साधने के लिए नरोत्तम मिश्रा को भी डिप्टी सीएम बनाया जा सकता है।
सीएम की सोमवार को सिंधिया से एक घंटे चर्चा
दिल्ली में सोमवार सुबह मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान राज्यसभा सदस्य ज्योतिरादित्य सिंधिया से मिलने उनके निवास पहुंचे थे। यहां दोनों के बीच लगभग एक घंटे तक चर्चा हुई। बदले राजनीतिक हालात के कारण सिंधिया का भोपाल दौरा रद्द हो गया। वह मंगलवार सुबह भोपाल आने वाले थे।