Nirbhaya के दोषियों की फांसी के लिए शुक्रवार सुबह 5.30 बजे का समय तय है। तिहाड़ जेल में तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। इस बीच, दोषियों में शामिल विनय शर्मा की मां ने इच्छा जताई है कि वह आखिरी बार बेटे को अपने हाथ की बनी Puri, Sabzi, Kachori खिलाना चाहती है। विनय की मां साउथ दिल्ली से सटे झुग्गी वाले इलाके में रहती है। विनय की मां का कहना है कि सबकुछ भगवान तय करता है। कोरोना वायरस आ रहा है, कितनों की जान ले रहा है, क्या किसी का काबू है। यदि मेरे बेटे को फांसी होना है तो हो ही जाएगी और नहीं होना है तो कोई मार नहीं पाएगा।
विनय की मां ने यह भी कहा कि तिहाड़ जेल ने उसे कभी अपने बेटे के पास कुछ नहीं ले जाने दिया। उसकी आखिरी इच्छा है कि वह बेटे की अपने हाथों से उसकी पसंद की Puri, Sabzi, Kachori बनाकर खिलाना चाहती है।
मीडिया पर उतारा गुस्सा
विनय की मां घर में अकेली रहती हैं। उनकी उम्र 50 साल है, लेकिन इससे ज्यादा बूढ़ी लगती हैं। वे मीडिया के कारण भी परेशान हैं। मीडिया वालों को देखकर गुस्स हो जाती हैं। कहती हैं, अब क्या लिखोगे? तुम्हारे लिखने से होगा भी क्या? भगवान चाहेगे तो मेरे बेटा बच जाएगा।
मुझे लोग विनय शर्मा की मांं ही कहें
विनय शर्मा की मां को इस बात का अफसोस है कि दुनिया आज उसे एक दुष्कर्मी की मां कह रही है। वो कहती हैं, चाहे जैसा है, लेकिन मैं विनय शर्मा की मां ही कहलाना चाहती हूं। 2012 की घटना के बाद विनय की मां ने लोगों के खूब ताने सहे, लेकिन वे अपने घर छोड़कर कही नहीं गईं। जबकि वारदात में शामिल मुकेश सिंह और राम सिंह के परिवार अपने मूल निवास राजस्थान जा चुके हैं। विनय शर्मा और पवन गुप्ता एक ही कॉलोनी में रहते थे।