इंदौर. होटल माय होम में 67 महिलाओं को बंधक बनाकर रखने, मानव तस्करी, लूट जैसे 64 आपराधिक प्रकरणों में फरार जीतू उर्फ जितेंद्र सोनी को गुजरात में अमरेली जिले के उसके पुश्तैनी गांव धारग्नि से रविवार तड़के 4 बजे गिरफ्तार कर लिया गया। वह अपने पिता जगजीवनदास सोनी की पुण्यतिथि के कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचा था।
रविवार को ही उसे इंदौर लाकर कोर्ट में पेश किया गया, 3 जुलाई तक पुलिस रिमांड पर साैंपा गया है। उसे महिला थाने की हवालात में रखा गया है। क्राइम ब्रांच एएसपी राजेश दंडोतिया के मुताबिक महेंद्र सोनी की गिरफ्तारी के बाद जीतू के छह ठिकानों की जानकारी मिली थी। चार ठिकानों पर 6 टीमों ने दबिश भी दी, लेकिन वह नहीं मिला।
इस बीच पुलिस को खबर मिली कि रविवार को जीतू अपने पिता के पुण्यतिथि कार्यक्रम में पुश्तैनी गांव धारग्नि आने वाला है। इस पर पुलिस शनिवार रात ही टूरिस्ट बनकर गांव के मुहाने तैनात हो गई। तड़के 3.30 से 4 बजे के बीच जीतू गांव में आया। टीम ने उस घर को घेर लिया, जिसमें जीतू गया था। यहीं से गिरफ्तार कर उसे टीम इंदौर ले आई। बताते हैं कि जीतू कार्यक्रम अटेंड कर आधे घंटे में निकलने भी वाला था।
आईजी विवेक शर्मा और डीआईजी हरिनारायणाचारी मिश्र ने बताया कि जीतू के भाई महेंद्र सोनी को 24 जून को क्राइम ब्रांच ने अमरेली से गिरफ्तार किया था। उस वक्त दबिश में जीतू अपने बेटे विक्की, भतीजे लक्की और जिग्नेश को लेकर भाग निकला था।
आईजी-डीआईजी ने की 3 घंटे पूछताछ, भाेपाल से एसटीएफ टीम भी इंदौर आई
जीतू की गिरफ्तारी की सूचना मिलते ही एसटीएफ भोपाल से दो अधिकारियों की टीम देर रात इंदौर पहुंची। जीतू से अधिकारियों ने महिला थाने में पूछताछ भी की। इससे पहले आईजी विवेक शर्मा और डीआईजी हरिनारायणाचारी मिश्र ने तीन घंटे लगातार उससे पूछताछ की, लेकिन वह कुछ खास जानकारी नहीं दे सका।
कांस्टेबल नहीं बताता तो जीतू 24 को ही पकड़ा जाता
जीतू राजकोट के तरघडिया के पास भूपत भरवाड के आलीशान फार्महाउस में रुका था। 24 जून को इंदौर क्राइम ब्रांच ने दबिश दी, लेकिन इसके पहले ही वहां के कांस्टेबल प्रद्युम्न सिंह झाला ने भरवाड को सूचना दे दी और जीतू वहां से भाग गया। राजकोट पुलिस कमिश्नर ने कांस्टेंबल को सस्पेंड कर दिया है।