भोपाल। मध्य प्रदेश का मंत्रिमंडल विस्तार सुनिश्चित है। दिनांक 30 जून 2020 को मध्य प्रदेश के नए मंत्रियों को शपथ ग्रहण कराई जाएगी। भारत के राष्ट्रपति महोदय ने इसके लिए उत्तर प्रदेश की राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन को मध्य प्रदेश का प्रभार सौंप दिया है परंतु मंत्रिमंडल की लिस्ट में विधायकों के नाम काटने जोड़ने का सिलसिला लगातार जारी है। मामला श्री जेपी नड्डा और श्री अमित शाह से होते हुए अब प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के दरबार में पहुंच गया है। उम्मीद है शाम तक फैसला हो जाएगा।
मुख्यमंत्री संडे शाम को लौटने वाले थे लेकिन रुक गए
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान रविवार को जब दिल्ली के लिए रवाना हुए थे तब बताया गया था कि राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जेपी नड्डा से मुलाकात के बाद शाम तक वापस आ जाएंगे लेकिन मंत्रियों की लिस्ट में विधायकों के नाम जोड़ने और घटाने का सिलसिला रविवार को दिनभर चलता रहा। प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा एवं संगठन मंत्री सुहास भगत दिल्ली में ही है। श्री नरेंद्र सिंह तोमर एवं श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया पहले से ही दिल्ली में थे। इस संदर्भ में श्री अमित शाह ने भी स्थिति को नियंत्रण में लाने का प्रयास किया परंतु मध्य प्रदेश के दिग्गजों के बीच में चल रहा खो-खो का खेल बड़ी ही विनम्रता के साथ चलता रहा। अंततः मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान दिल्ली में ही रुक गए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मध्य प्रदेश के मंत्रियों के नाम फाइनल करेंगे
भाजपा सूत्रों का कहना है कि अब से पहले तक मध्य प्रदेश का मंत्रिमंडल फाइनल हो जाने के बाद अप्रूवल के लिए नरेंद्र मोदी जी के पास जाता था परंतु इस बार जिस लिस्ट पर विवाद है वही लिस्ट पीएम नरेंद्र मोदी के सामने होगी। इस बार पीएम मोदी मध्य प्रदेश के मंत्रियों की लिस्ट फाइनल करेंगे। उम्मीद है आज शाम 4:00 बजे तक मध्य प्रदेश के मंत्रिमंडल की लिस्ट पर फाइनल डिसीजन हो जाएगा।