नई दिल्ली. इंदिरा गांधी के समय 1975 में लगी इमरजेंसी को आज 45 साल पूरे हो गए हैं। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि आपातकाल में देश के लोकतंत्र की रक्षा के लिए जिन लोगों ने संघर्ष किया, उन्हें नमन। देश उनके त्याग और बलिदान को कभी नहीं भूल पाएगा।
मोदी से पहले गृह मंत्री अमित शाह ने गांधी परिवार पर निशाना साधा। शाह ने कहा कि एक परिवार ने सत्ता के लालच में देश को इमरजेंसी में डाल दिया था। रातों रात पूरे देश को जेल बना दिया गया। प्रेस, अदालत और बोलने की आजादी को दबा दिया गया। उस वक्त गरीबों पर अत्याचार हुए थे।
'कांग्रेस में वंशवाद फल फूल रहा'
शाह ने कहा कि लाखों लोगों की कोशिशों के बाद इमरजेंसी हटी और लोकतंत्र की बहाली हुई थी, लेकिन कांग्रेस का रवैया नहीं बदला। एक परिवार के हित, पार्टी और देश हित से भी ऊपर रखे गए। कांग्रेस में आज भी यही हो रहा है।
कांग्रेस के नेता घुटन महसूस कर रहे: शाह
शाह ने एक मीडिया रिपोर्ट को शेयर करते हुए कहा कि पिछले दिनों हुई कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में पार्टी के सीनियर नेताओं ने कुछ मुद्दे उठाए, लेकिन उनकी बात दबा दी गई। पार्टी के एक प्रवक्ता को बाहर निकाल दिया गया। सच्चाई यह है कि कांग्रेस के नेता घुटन महसूस कर रहे हैं।
शाह ने कहा कि विपक्ष के नाते कांग्रेस को खुद से ही पूछने की जरूरत है कि-
1. इमरजेंसी की मानसिकता क्यों रहती है?
2. एक राजवंश के लोगों को छोड़ बाकी नेताओं को क्यों नहीं बोलने दिया जाता?
3. कांग्रेस में नेता हताश क्यों हो रहे हैं?