भोपाल । प्रदेश में जारी सियासी संग्राम के बीच मुख्यमंत्री कमलनाथ ने फिर आईएएस अफसरों के तबादले कर दिए हैं। मिली जानकारी के मुताबिक मुख्यमंत्री ने प्रभांशु कमल, केके सिंग, आईसीपी केशरी, संदीप कुमार माकिन, हर्ष दीक्षित, विनोद कुमार सहित कुछ अन्य अफसरों का तबादला कर दिया है। गौरतलब है कि कांग्रेस सरकार को 22 विधायकों के बागी हो जाने के बाद से प्रदेश सरकार संकटों में घिर गई है और विपक्ष प्लोर टेस्ट की मांग कर रहा है। इन तमाम संकट की परिस्थिती में सरकार अधिकारियों के तबादले करने में जुटी है।
गौरतलब है कि बीते शनिवार शाम भी सरकार ने नौ आईएएस अफसरों के तबादले किए। राज्य शासन ने शहडोल कलेक्टर ललित दाहिमा को हटा दिया था।उन्हें मंत्रालय में उप सचिव सामान्य प्रशासन विभाग पदस्थ किया गया है। दाहिमा को लेकर लगातार शिकायतें मिल रही थीं। उनके स्थान पर पशुपालन विभाग के उप सचिव सतेंद्र सिंह को शहडोल कलेक्टर बनाया गया। वहीं 21 फरवरी को राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन से हटाई गईं संचालक छवि भारद्वाज को आदिवासी विकास में अपर आयुक्त पदस्थ किया है।
उन्हें पुरुष नसबंदी का लक्ष्य पूरा करने को लेकर निर्देश जारी करने पर मिशन से हटाकर मंत्रालय में ओएसडी बनाया गया था। शासन ने अपर कलेक्टर होशंगाबाद केडी त्रिपाठी को संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी पद पर किया तबादला निरस्त कर संचालक मप्र स्टेट एड्स कंट्रोल सोसायटी पदस्थ किया।
इससे पहले ज्योतिरादित्य सिंधिया के प्रभाव क्षेत्र गुना और ग्वालियर के कलेक्टर को बदलना और भाजपा विधायक दल के मुख्य सचेतक डॉ. नरोत्तम मिश्रा के दामाद श्रीमन शुक्ला की पदस्थापना भी शामिल है। बड़ी संख्या में हो रहे तबादलों से अफरा-तफरी की स्थिति बन गई है। उधर, भाजपा भी इन तबादलों पर सवाल उठा रही है। पूर्व मुख्य सचिव केएस शर्मा ने भी सरकार के इस कदम को मौजूदा परिस्थितियों में गैर जरूरी करार दिया है