रतलाम। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर आज अपने निवास पर परिवार के साथ योगाभ्यास किया। उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार ने कोविड-19 के दृष्टिगत सामूहिक योग आयोजन न कर प्रत्येक व्यक्ति द्वारा अपने घर पर ही योग किए जाने के संबंध में निर्देश जारी किए थे। केंद्र सरकार ने इस वर्ष योग दिवस के अवसर पर घर पर योग, परिवार के साथ योग की थीम दी है।
परिवार के साथ किया योगाभ्यास
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निवास पर परिवार के साथ योग किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान के साथ उनकी धर्म पत्नी श्रीमती साधना सिंह, पुत्र श्री कार्तिकेय सिंह और श्री कुणाल सिंह ने भी योग किया।
प्रतिदिन योग का महत्व
इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि योग से जीवन में अद्भुत परिवर्तन का अनुभव होता है क्योंकि योग व्यक्ति को शक्ति से, ऊर्जा से और सकारात्मकता से भर देता है। इसलिए एक दिन नहीं, प्रतिदिन योग करना चाहिए।इसका विशेष महत्व है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी ने इस वर्ष घर पर योग, परिवार के साथ योग की थीम दी है। उसी का पालन करते हुए हमने आज घर पर परिवार के साथ योग किया है।
दुनिया योग की तरफ आकर्षित
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि योग निरोग रहने का, स्वस्थ रहने का सबसे प्रभावी माध्यम है। ये वो विधा है जो वर्षों के अनुसंधान के बाद हमारे महाऋषियों ने, योग गुरुओं ने हमें ही नहीं, विश्व को दी है। आज सारी दुनिया योग की तरफ, निरोग रहने के लिए आ रही है। ऐसे में हम अपने देश को स्वस्थ रखने के लिए, निरोग रखने के लिए सिर्फ एक दिन नहीं नित्य योग करें।
आष्टांग योग का महत्व
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि आष्टांग योग का महत्व सभी स्वीकार करते हैं। यम, नियम, आसन, प्राणायाम, प्रत्याहार, ध्यान, धारणा, समाधि। आष्टांग योग के अलग-अलग चरण हैं। लेकिन हम कम से कम यम, नियम, आसन, और प्राणायाम तक तो योग अवश्य करें।