भोपाल. मध्यप्रदेश में तीन दिन से हो रही बारिश के कारण प्रदेश के अधिकांश जिले पानी से भीग चुके हैं। बेतवा नदी में अब एक बार फिर बहने लगी है। कहीं लगातार और कहीं रुक-रुककर बारिश के कारण कई जगह मकान टूट गए। तेज हवाओं के कारण पेड़ गिरने से हाइवे पर कहीं-कहीं ट्रैफिक जाम भी हुआ।
मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे में भोपाल के अलावा होशंगाबाद, जबलपुर और रीवा संभागों के कई शहरों में भारी बारिश होने की संभावना जताई है। राजधानी में बीते तीन दिन में 200 मिमी से ज्यादा बारिश हो चुकी है। अगले तीन दिन में पूर्वी मप्र, भोपाल और होशंगाबाद संभागों में बारिश के आसार बने रहेंगे। इधर, बीते 24 घंटे में इंदौर में सबसे कम 0.4 मिमी और आगर मालवा में सबसे ज्यादा 76 मिमी बारिश दर्ज की गई।
फिर बहने लगी बेतवा की धार
बीते 24 घंटे में विदिशा जिले में 38.2 मिमी बारिश हुई। जून में रिकॉर्ड 184.3 मिमी पानी गिर चुका है। अब तीन महीने बाद एक बार फिर से बेतवा की टूटी हुई धार चलने लगी है। भोपाल और रायसेन जिले में भी पिछले दिनों जोरदार बारिश होने से विदिशा में रंगई घाट के पास बने सिंचाई विभाग के बैराज के ऊपर से पानी निकलने लगा है। टीकमगढ़-झांसी मार्ग स्थित पारागढ़ मंदिर, पहाड़खर्द और बड़ागांव धसान-सागर मार्ग पर साइन बोर्ड तेज हवा पानी से उखड़ गए। ऐसे में कई जगह हाइवे पर ट्रैफिक जाम भी हुआ।
सबसे ज्यादा बारिश वाले इलाके
प्रदेश में अब बारिश का दौर शुरू हो चुका है। इंदौर और चंबल को छोड़कर सभी जगह पानी गिरने से मौसम में ठंडक आ गई है। बीते 24 घंटे में सबसे ज्यादा आगर मालवा में 76 मिमी, विदिशा में 74 मिमी, गुना में 66.4 मिमी, श्योपुर में 57 मिमी, अशोकनगर में 54 मिमी, सीहोर में 51 मिमी और बैतूल में 45 मिमी बारिश हुई