भोपाल. प्रदेश की तीन सीटों पर हो रहे मतदान के बीच पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा है कि कांग्रेस एक सीट जीत रही है। लेकिन दूसरी सीट पर हम क्यों हार रहे हैं ये प्रदेश की जनता अच्छी तरह से जानती है। प्रदेश में आगामी माह में 24 सीटों पर होने वाले उपचुनाव में प्रदेश की जनता इनको (भाजपा) जवाब देगी। भाजपा ने प्रदेश की जनता द्वारा दिए गए जनादेश का अनादर किया है। बस इंतजार कीजिए।
इधर, फूलसिंह बरैया को दूसरे क्रम की वरीयता दिए जाने पर भाजपा नेताओं ने कांग्रेस पर हमला बोल दिया है। भाजपा के वरिष्ठ नेता और प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा है कि अनुसूचित जाति के बड़े नेता फूलसिंह बरैया को दूसरी वरीयता पर रखना कांग्रेस का असली चेहरा उजागर करता है। कांग्रेस ने एक दलित नेता का अपमान किया है।
नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि कांग्रेस जानती थी कि उनका दूसरा प्रत्याशी जीत नहीं सकेगा तो फूलसिंह बरैया को प्रत्याशी बनाया ही क्यों? नरोत्तम ने कहा कि अगर कांग्रेस को दलित वर्ग की इतनी ही चिंता थी तो बरैया को पहली वरीयता पर क्यों नहीं रखा गया। बरैया को दूसरी वरीयता पर रखना कांग्रेस की दलितों के प्रति सोच को दर्शाता है।
बरैया को उपचुनाव में उतारने की चर्चा
कांग्रेस से जुड़े सूत्रों का कहना है कि पार्टी के कई विधायक चाहते थे कि बरैया को पहली वरीयता पर रखा जाए। इस मुद्दे को लेकर कई विधायकों ने कमलनाथ से मिल अपना पक्ष भी रखा था। उन्हें आश्वासन दिया गया है कि बरैया को पार्टी उपचुनाव में प्रत्याशी बनाएगी।
तीन सीटों के लिए 4 उम्मीदवार मैदान में
गौरतलब है कि मध्यप्रदेश में राज्यसभा की रिक्त तीन सीटों के लिए हो रहे चुनाव में 4 उम्मीदवार मैदान में हैं। इसमें भाजपा के ज्योतिरादित्य सिंधिया और सुमेर सिंह सोलंकी तथा कांग्रेस के दिग्विजय सिंह और फूलसिंह बरैया हैं।
यह है दलीय स्थिति
- कुल सीट -230
- भाजपा- 107
- कांग्रेस- 92
- निर्दलीय- चार
- बसपा-दो
- सपा- एक
- रिक्त- 24