शिवपुरी. कोलारस में तेज बारिश शुरू हो गई। लगातार ढाई घंटे बारिश से मंडी परिसर में समर्थन मूल्य पर खरीदा 10 हजार क्विंटल चना भीग गया है। मंडी प्रबंधन ने चना रखने के लिए खाली पड़ा टीनशेड नहीं दिया। इससे बारिश के कारण खुले में रखा चना भीग गया। लापरवाही के कारण करीब 4.87 करोड़ रुपए का चना भीगा है। बताया जा रहा है कि दूसरे दिन भीगा चना अंकुरित भी होने लगा। गुरुवार जब कोलारस मंडी में जानकारी की गई तो पता चला कि अब तक बारदाने नहीं पहुंचे हैं।
अधिकारियों ने मैपिंग में देरी की, इसलिए माल इकट्ठा हो गया
8 जून को कोलारस मंडी में खरीदी केंद्र भेज दिया। अधिकारी मैपिंग नहीं करा सके। इससे चने का उठाव नहीं हो पाया। इस कारण चना मंडी प्रांगण में ही रखा हुआ है। रविवार को ही उठाव शुरू हुआ था। फिर भी काफी माल पड़ा है।
सचिव ने टीनशेड नहीं दी, और भीग गया चना
कोलारस मंडी प्रांगण में किसानों से काफी माल खरीदा जा चुका था। 6 दुकानें फुल हो गईं। तीन और दुकानें बचीं तो उसमें पहले से मंडी का सामान पड़ा था। खरीदी केंद्र प्रभारी ने बड़ा टीनशेड मांगा तो सचिव ने व्यापारियों का माल रखने की बात कहकर मना कर दिया।
हंगामा हुआ तो किसानों को बरदाना बांटा, ज्यादा माल हो गया
दो-तीन दिन पहले कोलारस मंडी में किसानों ने हंगामा कर दिया। किसानों की जिद की वजह से बारदाना बंंटवा दिया गया। किसानों ने माल बोरियों में भर दिया और एकदम ज्यादा माल हो गया। उठाव पहले से ही नहीं हो पा रहा था।
जिस दिन से खरीदी शुरू हुई, तब से माल नहीं उठा
कृषि मंडी उपज कोलारस के सचिव रविंद्र सिंह कुशवाह ने बताया कि समर्थन मूल्य पर चना खरीदने के लिए हम छह गोदाम दे चुके हैं, यह लोग चाहते तो शेड में स्टाॅक लगाकर पांच गुना माल रख सकते थे। जिस दिन से मंडी में खरीदी शुरू हुई, उसी दिन से माल भी नहीं उठाया।
कलेक्टर ने कहा- कार्रवाई होगी
कृषि उपज मंडी कोलारस में समर्थन मूल्य पर खरीदा गया चना खुले में क्यों पड़ा रहा, इस संबंध में जानकारी लेती हूं। बारिश से इतना अधिक चना किसकी लापरवाही से भीगा है, उसके खिलाफ कार्रवाई करेंगे। अनुग्रहा पी., कलेक्टर शिवपुरी