भोपाल. भोपाल, इंदौर और उज्जैन संभाग के सभी जिलों में मंगलवार से यात्री बसें शुरू हो सकेंगी। राज्य के भीतर 50% यात्री क्षमता के साथ बसें चलेंगी। यह व्यवस्था 30 जून तक के लिए की गई है। इसके बाद आगे के लिए जिलों के क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप के साथ चर्चा के बाद राज्य सरकार निर्णय लेगी।
हालांकि बस ऑपरेटरों ने सरकार को स्प्ष्ट कर दिया है कि आधी क्षमता के साथ बसे चलाने से उन्हें नुकसान होगा। पहले नुकसान की भरपाई हो, उसके बाद ही बसें चलाएंगे। फिलहाल सरकार इस पर अंतिम निर्णय लेगी। इससे पहले, सीएम शिवराज सिंह ने सोमवार को कोरोना नियंत्रण की समीक्षा की। इस दौरान गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा भी उपस्थित थे।
ऑपरेटरों का तर्क- लॉकडाउन अवधि का टैक्स माफ करें, किराया भी बढ़ाएं
प्राइम रूट बस ऑनर्स एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद शर्मा व वरिष्ठ पदाधिकारी गोपाल पैगवार का कहना है कि सरकार ने लॉकडाउन अवधि का टैक्स माफ करने के संबंध में कोई कदम अब तक नहीं उठाया है। साथ ही आधी सवारियों के साथ बसें चलाने से उन्हें नुकसान भी होगा।
ये भी निर्णय : स्कूल और काॅलेज आगामी आदेश तक बंद रहेंगे
- समीक्षा बैठक में गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बताया कि भोपाल में सभी दुकानें हफ्ते में 5 दिन खुलेंगी। स्कूल, काॅलेज आगामी आदेश तक बंद रहेंगे।
- भोपाल, इंदौर और उज्जैन नगर निगम क्षेत्र में शासकीय, संभागीय और जिला कार्यालय के साथ निजी दफ्तर 50 फीसदी कर्मचारियों की क्षमता के साथ खुलेंगे। बाकी स्थानों पर पूरी क्षमता से दफ्तर खुलेंगे।