सतना में कांस्टेबल की हत्या को एक्सीडेंट बताने वाले थाना प्रभारी निलंबित, दो डीएसपी को जांच सौंपी गई

Posted By: Himmat Jaithwar
6/16/2020

सतना. सतना जिले के चित्रकूट में 32 साल के कांस्टेबल प्रबल प्रताप सिंह की हत्या के मामले में नौगांव थाना प्रभारी आशीष धुर्वे को सस्पेंड कर दिया गया है। उन्होंने घटना को एक्सीडेंट बताया था। सतना के एसपी रियाज इकबाल ने मामले की जांच एसडीओपी चित्रकूट और डीएसपी मुख्यालय हितिका वासल को दी है। इधर, रीवा आईजी चंचल शेखर ने बताया कि मामले की जांच एसपी सतना रियाज इकबाल की निगरानी में जा रही है।  

मध्यप्रदेश के सतना जिले के चित्रकूट स्थित नौगांव थाने में पदस्थ कांस्टेबल प्रबल प्रताप सिंह को रविवार शाम पथरा गांव में डीजल की कालाबाजारी करने की सूचना मिली थी। आरोपियों को पकड़ने के लिए वे अकेले ही मौके पर पहुंच गए। रास्ते में आरोपियों ने उन पर ट्रैक्टर चढ़ा दिया। घटना के बाद मौके पर पहुंचे थाना प्रभारी आशीष धुर्वे का कहना था कि पहली नजर में तो यह पता चला है कि सड़क हादसे में उनकी जान गई है। बाद में ग्रामीणों ने घटना के बारे में अधिकारियों को जानकारी दी।

एसपी खुद पहुंच गए मौके पर 
सोमवार को एसपी रियाज इकबाल भी मौके पर पहुंचे। ग्रामीणों से बातचीत के बाद उन्होंने तत्काल प्रभाव से थाना प्रभारी धुर्वे को सस्पेंड कर दिया। इसके बाद जांच डीएसपी स्तर के दो अधिकारियों को सौंप दी।

वर्ष 2014 में भर्ती हुए थे प्रबल
मूलत: यूपी के रायबरेली जिले के बन्ना मऊ गांव के रहने वाले प्रबल प्रताप सिंह एमपी में वर्ष 2014 में पुलिस में भर्ती हुए थे। उनकी पोस्टिंग रतलाम में हुई थी। तीन साल से वे चित्रकूट के नौगांव थाने में पदस्थ थे।

दोनों आरोपी यूपी के बताए जा रहे 
एसपी इकबाल ने बताया कि पौधा उर्फ प्रमोद पटेल और धनपत पटेल उर्फ लाला के खिलाफ हत्या की एफआईआर की गई है। अब तक की जानकारी में आरोपी यूपी के रहने वाले बताए गए। संभावना है कि हत्या के बाद वह यूपी भाग गए होंगे। यूपी पुलिस से भी संपर्क कर रहे हैं। सीमा के सभी पुलिस थानों को भी अलर्ट किया गया है। आरोपियों को पकड़ने के लिए चार टीमें रवाना की गई हैं। 

मुरैना में 8 साल पहले आईपीएस को भी ट्रैक्टर से कुचला था
8 मार्च वर्ष 2012। एनएच-3 यानी आगरा-मुंबई हाइवे किनारे बसे बानमौर कस्बे के थाने में आईपीएस अफसर नरेन्द्र कुमार ड्यूटी पर तैनात थे। उसी दौरान थाने के सामने से एक पत्थर से भरी ट्रैक्टर-ट्राॅली निकली। इसे देखकर नरेन्द्र तेजी से सक्रिय हुए और ड्राइवर और गनर के साथ उसे रोकने का प्रयास किया। पुलिस को देखकर ट्रैक्टर ड्राइवर ने रुकने की बजाय स्पीड और तेज कर दी। इसी बीच नरेन्द्र कुमार ने उसे रोकना चाहा, तो उसने ट्रैक्टर उन पर चढ़ा दिया, जिससे वे घायल हो गए और बाद में दम तोड़ दिया।



Log In Your Account