पंजाब में अब तक 3321 लोग संक्रमित पाए जा चुके हैं और कुल 76 लोगों की जान भी चली गई। इन हालात से निपटने के लिए पांचवें फेज का लॉकडाउन सोलहवें दिन में प्रवेश कर गया है। एक और राज्य सरकार ने रात के कर्फ्यू में सख्ती बढ़ाने के निर्देश दे दिए हैं, वहीं दिन में कई जगह अलग-अलग तरह की दिक्कतें भी आ रही हैं। दूसरी ओर प्रदेश के कई हिस्सों में मिशन फतेह के तहत फ्रंट लाइन पर काम कर रहे स्वास्थ, पुलिस और सिविल प्रशासन के अधिकारियों-कर्मचारियों को सम्मानित किया गया।
मंत्री ओपी सोनी ने कहा-6 घंटे में रिपोर्ट दे देनी होगी
पंजाब में कोरोना से जंग के साथ-साथ इसकी टेस्ट रिपोर्ट लेने के लिए भी लोगों को संघर्ष करना पड़ रहा है। अमृतसर के सिविल अस्पताल में स्थित आइडीएसपी लैब में कोविड-19 टेस्ट की रिपोर्ट हासिल करने के लिए सैकड़ों लोग एक साथ जमा हो गए। इस दौरान न तो किसी ने शारीरिक दूरी का पालन किया और न ही अधिकतर लोगों ने मास्क लगा रखे थे। एक साथ इतने लोगों का रिपोर्ट लेने आना अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही का नतीजा है। सिविल सर्जन डॉ. जुगल किशोर लैब पहुंचे और स्टाफ से बात की। वहीं मेडिकल शिक्षा एवं खोज विभाग के मंत्री ओमप्रकाश सोनी ने भी सिविल सर्जन को कहा है कि छह घंटे तक सैंपल रिपोर्ट हर हाल में मिल जानी चाहिए।
कोरोना पॉजिटिव मिले 14 लोगों में 10 की कोई केस हिस्ट्री नहीं होने से चिंता बढ़ी
जालंधर में सोमवार को 14 लोग पॉजिटिव पाए गए हैं, इनमें से दस की कोई केस हिस्ट्री नहीं मिली है। बिना कारण के बढ़ रही मरीजों की संख्या को लेकर सेहत विभाग व जिला प्रशासन भी चिंतित है। सबसे बड़ी चिंता इस बात को लेकर है कि कोरोना को हराने के लिए फ्रंट लाइन पर डटे डाक्टरों व सेहत कर्मियों के बाद पुलिस मुलाजिम भी गिरफ्त में आने लगे हैं। सोमवार को संक्रमित मिले 14 लोगों में 5 पुलिस मुलाजिम हैं। अब जिले में संक्रमितों की कुल संख्या 354 पहुंच गई है।
लुधियाना में शाम 7 बजते ही जब पुलिस सायरन बजाते हुए बाजार में पहुंचती है तो खौफ में दुकानदार तुरंत दुकानों के शटर गिराने लग जाते हैं। मंगलवार सुबह दुकान खोल रहे चौड़ा बाजार के दुकानदार रमेश शर्मा इस पर कहते हैं कि उन्हें सबसे ज्यादा डर चालान और केस दर्ज होने का रहता है। ऐसे में वह पहले ही सामान को अंदर सेट कर लेते हैं। 7 बजते ही तुरंत शटर गिराकर और लॉक करके घर निकल पड़ते हैं। शहर से 5 लाख से ज्यादा श्रमिकों के बिहार और उत्तर प्रदेश चले जाने के बाद अब बाकी बचे कामगारों की मौज हो गई है, क्योंकि इन्हें फैक्ट्री मालिक ज्यादा दिहाड़ी देकर काम करवाने लगे हैं। इसी चक्कर में बाकी फैक्ट्री मालिकों में भी मजदूरों से काम करवाने के लिए एक मुकाबला सा शुरू हो गया है।
पठानकोट में शाहपुर कंडी बैराज संघर्ष कमेटी जैनी ने बांध परियोजना के मुख्य अभियंता कार्यालय के बाहर धरना दिया। प्रदर्शनकारियों ने गलत ढंग से रखे गए 50 कर्मचारियों और 2010 में सरकार की बनाई कमेटी के फैसलों को बदलने वाले अधिकारियों पर पर्चा दर्ज करने की मांग की। धरने के मद्देनजर काफी पुलिस बल तैनात था। डीएसपी सुखजिदर सिंह ने कमेटी प्रधान को बुलाकर समझाने की कोशिश की कि प्रशासनिक अधिकारी कोरोना महामारी के चलते व्यस्त हैं। हालांकि पहले कई बैठक जिला प्रशासन के साथ हो चुकी हैं, लेकिन अब फिर डीसी के साथ बैठक के भरोसे पर संघर्ष कमेटी के नेताओं ने धरना वापस ले लिया। आज दोपहर बाद संघर्ष कमेटी के नेता डीसी के साथ बैठेंगे। इस बैठक में उनकी समस्याओं के समाधान की पूरी उम्मीद है।
गुरदासपुर में मिशन फतेह के तहत कोविड-19 के खिलाफ डटकर काम करने वाली शख्सियतों को बैज लगाकर कैबिनेट मंत्री सुखजिदर सिंह रंधावा ने विशेष तौर पर सम्मानित किया। रंधावा ने सफाईसेवकों, डॉक्टर, सिविल व पुलिस मुलाजिमों को कोरोना योद्धाओं का बैज लगाकर सम्मानित किया है। रंधावा ने कहा कि राज्य में मिशन फतेह के तहत कोविड-19 के बचाव के लिए जमीनी गतिविधियों के रूप में एक बड़ी जागरूकता मुहिम शुरू की गई है।
नगर पंचायत के रिटायर्ड इंस्पेक्टर की मौत के बाद निजी अस्पताल सील
तरनतारन में नगर पंचायत भिखीविंड के 70 वर्षीय पूर्व इंस्पेक्टर वीर सिंह की मौत हो गई। दिल का दौरा पड़ने पर उन्हें 9 जून को निजी अस्पताल में भर्ती किया गया था। सोमवार सुबह ही कोरोना संक्रमणकी पुष्टि हुई और शाम को वीर सिंह ने दम तोड़ दिया। जिले में कोरोना से यह तीसरी मौत है। इस मामले के बाद भिखीविंड के निजी अस्पताल को सील कर दिया गया है।
बठिंडा में सिविल सर्जन डॉ. अमरीक सिंह संधू ने फ्रंट लाइन में काम करने वाले सेहत अधिकारियों कर्मचारियों को मिशन फतेह के बैज लगाकर सम्मानित किया। वहीं एसएसपी डॉ. नानक सिंह ने बैच लगाकर सम्मानित किया। एसएसपी ने बताया कि 1900 पुलिस कर्मियों कर्फ्यू और लॉकडाउन के दौरान विभिन्न नाकों पर तैनात रहकर लोगों को इस वायरस से बचाने के लिए अहम भूमिका निभाई है। अब तक 700 पुलिस कर्मियों को सम्मानित किया जा चुका है, जबकि अन्य को भी सैल्यूट बैज लगाकर उनका हौसला बढ़ाया जाएगा।
कोटकपूरा में एक ही परिवार के 14 लोगों के कोरोना संक्रमित पाए जाने पर कई मोहल्लों को कंटेनमेंट जोन में तब्दील किए जाने के खिलाफ बीते दिन लोगों ने प्रदर्शन किया था। इसका परिणाम यह हुआ कि अब प्रशासन ने महंगा राम स्ट्रीट को छोड़कर सभी कंटेनमेंट जोन को खत्म कर बफर जोन में बदल दिया। बफर जोन के तहत लोग सुगमता से अपने कामकाज के लिए जा सकेंगे। हालांकि भीड़ जुटने पर पाबंदी जारी रहेगी। गलियों के नुक्कड़ पर पुलिस के कर्मी मौजूद रहेंगे।