ग्वालियर। शहर में रहने वाले 96 हजार परिवारों को राशन की दुकानों से मुफ्त बांटी जाने वाली तुअर दाल घटिया क्वालिटी की है। यह दाल केन्द्र सरकार द्वारा भेजी गई थी। दाल का सैंपल जांच दल ने रिजेक्टकर दिया है। सही क्वालिटी की दाल आने पर ही तुअर दाल का वितरण शहर में संचालित हो रही 249 राशन की दुकानों से किया जाएगा।
कोरोना वायरस संक्रमण के चलते जिले में रहने वाले दो लाख परिवारों को प्रधानमंत्री अन्न योजना के तहत तीन महीने का राशन मुफ्त पीडीएस दुकानों से बांटा जाना था। इस योजना के तहत प्रति व्यक्ति पांच किलो चावल व दो किलो चना दाल का वितरण किया जा चुका है।
प्रधानमंत्री अन्न योजना के तहत अप्रैल व मई महीने में दो किलो चना दाल शहर के 96 हजार परिवारोंको वितरित की जा चुकी है। वहीं जून महीने में केन्द्र सरकार ने गरीबों को तुअर की दाल वितरित करने के लिए गत दिवस एक रैक ग्वालियर भेजी थी। भेजीगई दाल का वितरण जिले के दो लाख बारह हजार परिवारों को किया जाना है।
जांच में तुअर दाल का नमूना हुआ फेल
राशन की दुकानों से वितरित की जाने वाली इस तुअर की दाल का नमूना चैक करने पहुंचे फूड विभाग के अधिकारियों ने दाल की क्वालिटी खराब बताते हुए दाल का वितरण कंट्रोल की दुकानों से करने से इनकार कर दिया। रिजेक्ट की गई 96 हजार किलो तुअर की दाल वापस भेजी जाएगी। उच्च क्वालिटी की दाल का कोटा आवंटित होने के बाद ही तुअर दाल का वितरण कंट्रोल की दुकानों से किया जाएगा।