भोपाल। मध्य प्रदेश में राज्यसभा की 3 सीटों के लिए मतदान की तारीख निकट आ गई है। 3 सीटों में से 1 सीट कांग्रेस के पास सुरक्षित है। शेष 2 सीटों पर भारतीय जनता पार्टी का अधिकार स्पष्ट नजर आ रहा है परंतु राजनीति में कुछ भी हो सकता है। पिछले दिनों जिस तरह मध्य प्रदेश में सत्ता परिवर्तन हुआ, कांग्रेस जवाबी चाल चल सकती है। किसी भी संभावित खतरे से बचने के लिए भारतीय जनता पार्टी ने अपने विधायकों को 3 दिन पहले ही भोपाल बुला लिया है।
17 जून को भाजपा के सभी विधायक भोपाल में होंगे
मध्य प्रदेश में 19 जून को राज्यसभा के चुनाव होने वाले हैं। इसके लिए बीजेपी ने अपने सभी विधायकों को 3 दिन पहले ही भोपाल बुला लिया है। 17 जून को मीटिंग करने के बाद 18 जून को इनकी ट्रेनिंग रखी गई है। जिसे केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर और प्रदेश भाजपा के प्रभारी विनय सहस्त्रबुद्धे संबोधित करेंगे।
गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा भाजपा विधायकों की लामबंदी नहीं चाहते
19 जून को मतदान होने तक सभी बीजेपी विधायकों के साथ रहने की बात सामने आई थी। जिसे नरोत्तम मिश्रा ने सिरे से नकार दिया है। स्वास्थ्य व गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा का कहना कि विधायक होटल में साथ नहीं रहेंगे। गृह मंत्री ने कहा कि ''हमारे विधायक बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा के नेतृत्व में एकजुट हैं।
मध्यप्रदेश में गैर कांग्रेसी 7 विधायकों भी भाजपा की नजर
सूत्रों की मानें तो भाजपा का मानना है कि अगर 4 निर्दलीय, 2 बसपा और एक सपा के विधायक कांग्रेस के साथ भी जाते हैं तो भी भाजपा का पलड़ा दो सीटों पर भारी रहने वाला है। ट्रेनिंग के अलावा सहस्त्रबुद्धे उपचुनाव की तैयारी के लिए भी बैठक करेंगे। इसके अलावा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, संगठन महामंत्री सुहास भगत और गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा के संबोधन भी होना है।
बता दें कि भाजपा की तरफ से राज्यसभा प्रत्याशी ज्योतिरादित्य सिंधिया और सुमेर सिंह सोलंकी हैं। वहीं दिग्विजय सिंह और फूल सिंह बरैया कांग्रेस के उम्मीदवार हैं।