अहमदाबाद। गुजरात में हाल ही में 10वीं और 12वीं बोर्ड की परीक्षाएं संपन्न हुई हैं और अब छात्र अपनी सालभर की मेहनत के फल का इंतजार कर रहे हैं। उन्हें उम्मीद है कि परीक्षा में उत्तर पुस्तिका में जो वो लिखकर आए हैं उससे उन्हें ज्यादा से ज्यादा नंबर मिलेंगे। लेकिन, उन्हें शायद यह नहीं पता कि उनका भविष्य सड़क किनारे पड़ा हुआ है। हम बात कर रहे हैं राज्य में हाल ही में खत्म हुई 10वीं और 12वीं की परीक्षाओं की उत्तर पुस्तिकाओं की जो गुजरात में सड़क किनारे मिली हैं।
जानकारी के अनुसार, ये उत्तर पुस्तिकाएं राजकोट-गोंडल राष्ट्रीय राजमार्ग पर लावारिस अवस्था में मिलने से हडकंप मच गया है। राज्य के शिक्षामंत्री भूपेन्द्र सिंह चुड़ासमा ने जांच के आदेश दिए हैं। प्रदेश में दसवीं व बारहवीं के करीब 17 लाख छात्रों ने परीक्षाएं दी है।
गुजरात माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (जीएसईबी) की ओर से ली गई दसवीं व बारहवीं बोर्ड की परिक्षाएं सोमवार को ही संपन्न हुई है। बुधवार सुबह राजकोट-गोंडल राष्ट्रीय राजमार्ग वीरपुर गांव के निकट ब्रिज पर से 10वीं 12वीं की 700 से 800 उत्तरपुस्तिकाएं लावारिस हालत में मिली है। इसमें बोर्ड का बारकोट भी लगा हुआ है।
बताया जा रहा है कि यह उत्तर पुस्तिकाएं मेहसाणा जिले के किसी केन्द्र के छात्रों की है और सभी गुजराती विषय की होने का सामने आया है। उधर शिक्षा मंत्री भूपेन्द्र सिंह चुड़ासमा ने घटना संज्ञान लेते हुए जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि इस प्रकार की घटना से शिक्षा विभाग की गरिमा को ठेंस पहुंचा है। यह उत्तर पुस्तिकाएं वहां कैसे पहुंची यह जांच का विषय है। फिलहाल जांच के बाद जिम्मेदारों को खिलाफ कार्रवाई की जाएगी
गुजरात माध्यमिक उच्च माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के चेयरमैन ए.जे. शाह ने बताया कि इस मामले में शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारी घटना स्थल पर पहुंच गए है।
मेहसाणा जिले की इंचार्ज शिक्षाधिकारी स्मिता पटेल ने बताया कि उत्तर पुस्तिकाएं रास्ते में मिली है और यह मेहसाणा जिले के छात्रों की बताई जा रही है। उन्होंने कहा कि मेहसाणा जिले में 10वीं के लिए मूल केन्द्र नंदासण है और 12वीं के लिए मूल केन्द्र गांधी नगर हे
परीक्षा के बाद उनकी जिम्मेदारी उत्तर पुस्तिकाएं मूल केन्द्र पहुंचाने की होती है। ऐसा हो सकता है कि रास्ते में ही यह उत्तर पुस्तिकाएं गिर गई हों। गौरतलब है शिक्षा विभाग की घोर लापरवाही के कारण छात्रों का भविष्य खिलवाड़ हो रहा है। उत्तरपुस्तिकाएं रास्ते में मिलने की खबर फैलने से छात्रों व अभिभावकों में चिंता है।