सिवनी. जिले के पेंच नेशनल पार्क के बफर जोन में स्थित खवासा वनरेंज के एक मंदिर में बाघ के अवशेष से पूजा कराने के मामले में चार और आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें एक वनरक्षक भी शामिल है। इससे पहले भी चार आरोपी पकड़े गए थे, जो जेल में हैं। अब तक 8 आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं, इनमें तीन वन विभाग के कर्मचारी हैं। सिवनी में कान्हा टाइगर रिजर्व है और यहां पर 15 जून से टाइगर सफारी शुरू होने जा रही है।
वन विभाग के अधिकारियों के मुताबिक, 3 जून की रात दक्षिण सामान्य वनमंडल के खवासा इलाके में रिड्डी गांव के पास जंगल में स्थित शिव मंदिर पर वन विभागीय दल ने दबिश दी, यहां पर 4 लोगों को बाघ के अवशेष के साथ पूजा करते गिरफ्तार किया गया। पूजा कराने के लिए बालाघाट जिले से आया पंडा भागने में सफल हो गया। कार्रवाई के दौरान वन विभागीय के दल ने पूजा की सामग्री के साथ बाघ का 1 दांत, 2 नाखून और 8 मूंछ के बाल जब्त किए थे। आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि यह दांत, नाखून और बाल बाघ के हैं।
इसके बाद खेमराज सलामे, रामकिशोर सलामे, राजू बरकड़े और एक वनरक्षक सुनील मर्सकोले को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। कल चार और आरोपी वनरक्षक दीपक धुर्वे, वनपाल ढिमरू बोरेलाल, सुरक्षा श्रमिक झनकलाल उईके और टीकाराम वैद्य को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। मामले में कुल आठ लोगों को आरोपी बनाया गया है।