भोपाल. उमरिया के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के ताला परिक्षेत्र के कथली बीट में दाे बाघ शावकों की मौत हो गई है। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के उप संचालक सिद्धार्थ गुप्ता ने बताया कि रविवार को सुबह पट्रोलिंग दल ने एक नर बाघ द्वारा दो बाघ शावकों को मारे जाने की सूचना दी है। दोनों शावकों के शव का परीक्षण करने के बाद अंतिम संस्कार कर दिया गया है। घटनास्थल पर नर बाघ, मादा बाघ और दोनों शावकों के होने के प्रमाण मिले हैं।
दोनो शावकों का शव परीक्षण और अंतिम संस्कार डॉक्टर अखिलेश और डॉक्टर कीर्ति गोयल द्वारा किया गया। शव परीक्षण में नर बाघ द्वारा दोनों शावकों को मारे जाने की पुष्टि हुई है। दोनों शावकों की उम्र लगभग 15 से 20 दिन पाई गयी है। उपसंचालक ने बताया कि नर बाघ द्वारा दूसरे नर बाघ के शावकों को मारना, उनके प्राकृतिक व्यवहार और क्षेत्र स्थापित करने की प्रक्रिया का हिस्सा है।
4 दिन पहले ही खुशखबरी आई थी, बाघिन ने तीन शावकों को जन्म दिया था
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में पतौर कोर और मानपुर बफर में दो बाघिन अपने तीन-तीन शावकों के साथ दिखी हैं। पतौर की बाघिन टी-54 दूसरी बार मां बनी है। मानपुर में भी एक नई बाघिन ने पहली बार तीन शावकों को जन्म दिया है। सभी बाघ शावकों की उम्र लगभग 3 से 5 माह है।
बांधवगढ़ में 120 से ज्यादा बाघ-बाघिन
बांधवगढ़ में 120 से अधिक बाघ-बाघिन हैं। इनमें 80 मादा और 40 नर हैं। इस साल अब तक चार बाघाें की मौत हाे चुकी है, अप्रैल में दो बाघ आपसी लड़ाई में मारे गए थे और अब फिर से दो बाघ शावकों की इसी संघर्ष में मौत हो गई।