भोपाल. साेशल मीडिया पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का कूटरचित वीडियो वायरल करने के आरोप में क्राइम ब्रांच ने पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह समेत 12 लोगों पर केस दर्ज किया है। पुलिस ने ये कार्रवाई भाजपा द्वारा की गई शिकायत के आधार पर की है। पुलिस ने एक एफआईआर में 11 लोगों को आरोपी बनाया है, जबकि दूसरी एफआईआर में दिग्विजय सिंह आरोपी हैं।
उन्होंने यह वीडियो ट्विटर पर जारी किया था। भोपाल रेंज एडीजी उपेंद्र जैन के मुताबिक दिग्विजय को मानहानि, कूट रचना समेत अन्य धाराओं में आरोपी बनाया गया है। उनके खिलाफ पूर्व मंत्री उमाशंकर गुप्ता, विश्वास सारंग, रामेश्वर शर्मा और जिलाध्यक्ष सुमित पचौरी समेत समेत अन्य नेताओं ने शिकायत की थी। इसमें बताया गया कि 21 जनवरी 2020 को शिवराज सिंह ने खुद 2.19 मिनट का यह वीडियो ट्विटर पर जारी किया था, लेकिन दिग्विजय ने कांट-छांट कर 9 सेकंड का वीडियो जारी किया। इसमें सिर्फ यह है कि शराब इतना पिलाओ की पड़े रहें।
जबकि शिवराज सिंह तत्कालीन मुख्यमंत्री रहे कमलनाथ की गांव-गांव में शराब दुकानों को खोलने की नीति का विरोध कर रहे थे। इधर, कांग्रेस नेता व पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने कहा कि सरकार को पहले वीडियो की जांच करना चाहिए कि वह आया कहां से। जब ट्विटर से वीडियो हटा दिया तो फिर किस बात की कार्रवाई। क्राइम ब्रांच ने अन्य 11 आरोपियों में ट्वीट, री-ट्वीट और शेयर करने वाले लोगों को भी शामिल किया है। फिलहाल ये केस यूजर नेम धारकों के खिलाफ किया गया है। जांच के दौरान उनके असल नाम सामने आ सकेंगे।