इंदौर. इंदौर और उज्जैन में गुटखा पान-मसाला कारोबारियों पर हुई छापेमारी में 225 करोड़ रुपए की टैक्स चोरी मिलने के बाद डायरेक्टोरेट जनरल आफ जीएसटी इंटेलीजेंस को इस गोरखधंधे के मास्टरमाइंड की अहम कड़ी हाथ लगी है। इस मामले में एएए इंटरप्राइजेज के संचालक विजय कुमार नायर ने पूछताछ में कुबूल किया है कि वह केवल फ्रंट लाइनर है। पर्दे के पीछे मास्टरमाइंड इंदौर का उद्योगपति है। नायर के यहां सांवेर रोड पर हुए छापे में भारी मात्रा में माल मिला था, जिस पर विभाग ने 75 करोड़ की टैक्स चोरी निकाली है।
सूत्रों के अनुसार नायर से हुई पूछताछ में इस घोटाले के मास्टरमाइंड को लेकर काफी अहम जानकारी मिल गई है, कुछ पार्टनरशिप कागजों पर भी इस मास्टरमाइंड का नाम मिला है। इसके बाद विभाग के हाथ और मजबूत हो गए हैं। यह भी सामने आया है कि अशोक डागा और अमित बोथरा द्वारा विष्णु एसेंस कंपनी के माध्यम से पान मसाले की एजेंसी लेकर उत्पादन किया जा रहा था और इसे नायर के माध्यम से कई राज्यों में बेचा जा रहा था, जिसमें संजय और संदीप माटा भी एक लिंक में जुड़े हुए थे। माटा के छापे में ही नायर और डागा, बोथरा की लिंक मिली थी।
4 माह पहले भोपाल में पड़ा था छापा
10 जनवरी को भोपाल के गोविंदपुरा में एक पान मसाला कारोबारी पर छापा पड़ा था, जिसके बाद इंदौर में विष्णु एसेंस, एएए इंटरप्राइजेज पर ईओडब्ल्यू, जीएसटी, एमपीईबी और खाद्य विभाग ने छापा मारा था। इन्हीं पर अब डीजीजीआई और डीआरआई द्वारा संयुक्त कार्रवाई की गई है। उस समय चार घंटे में ही कार्रवाई खत्म कर दी गई और फिर कुछ दिन बाद इन कंपनियों ने काम शुरू कर दिया। अब दोनो कंपनियों पर नौ माह में ही 225 करोड़ की टैक्स चोरी निकली है।