पटना. बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत ने रविवार को मुंबई स्थित अपने अपार्टमेंट में फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया। सुशांत की मौत की खबर जैसे ही परिवार वालों की मिली सभी सदमे में आ गए। बेटे की मौत की खबर सुनते ही पिता बेहोश हो गए। घर के लोग उन्हें संभालने में जुटे हैं। वे होश में आते हैं और फिर थोड़ी देर बाद बेहोश हो जा रहे हैं। करीबी लोग उन्हें समझाने की कोशिश कर रहे हैं। परिजन का रो-रोकर बुरा हाल है। सूत्रों के मुताबिक डॉक्टरों को घर बुलाया गया है। सुशांत के पिता पटना में राजीव नगर स्थित रोड नंबर 6 में रहते हैं।
सुशांत की मौत की खबर जैसे ही मुंबई से आई, आस-पड़ोस के कई लोग उनके घर पहुंच गए। घर के बाहर मीडियाकर्मियों का जमावड़ा लगा है। कुछ ऐसे लोग हैं जो कई बार सुशांत से मिले थे। उनका कहना है कि उन्हें इस खबर पर यकीन ही नहीं हुआ। सुशांत एक जिंदादिल इंसान थे। वे कैसे सुसाइड कर सकते हैं।
सुशांत सिंह मूल रूप से बिहार के पूर्णिया जिले के रहने वाले थे। 90 के दशक में पूरा परिवार पटना आ गया। पिता केके सिंह सरकारी अधिकारी रहे हैं। सुशांत की पढ़ाई पटना के सेंट कैरेंस स्कूल से हुई है। इसके बाद वे दिल्ली चले गए। खगड़िया में सुशांत का ननिहाल है। पिछले साल यहां उनका मुंडन संस्कार भी किया गया था। सुशांत के गांव वालों को यकीन ही नहीं हो रहा है उन्होंने सुसाइड किया है।
स्टार बनने के बाद भी व्यवहार नहीं बदला
पड़ोसी भरत सिंह ने बताया कि सुशांत अपने पिता का एकमात्र सहारा था। 2002 में मां की मौत हो गई थी। वह बचपन से ही सौम्य स्वभाव का था। पढ़ने में भी काफी अच्छा था। फिल्म स्टार बनने के बाद भी उसके व्यवहार में कोई बदलाव नहीं आया।
एक अन्य पड़ोसी श्याम सिंह ने बताया कि स्टार बनने के बाद सुशांत घर पर कम ही आता था, लेकिन जब भी आता तो हम लोगों से जरूर मिलता। मुंबई जाकर उसने अपने संस्कार नहीं भूले। जब भी मिलता पैर छूकर प्रणाम करता। हमें भरोसा ही नहीं हो रहा है कि वह ऐसा कदम उठा सकता है। दीघा विधानसभा क्षेत्र से विधायक संजीव चौरसिया ने भी मौके पर पहुंचकर परिजन को सांत्वना दी।