महामारियों के एक साल बाद 80% तक रिटर्न दिया, इस बार शेयर में 15% और सोने में 10% से ज्यादा रिटर्न की उम्मीद

Posted By: Himmat Jaithwar
6/14/2020

कोरोना महामारी का संकट काल निवेश का अच्छा मौका हो सकता है। शेयर बाजार तीन बार महामारियों के बाद अच्छा रिटर्न दे चुका है। 2003 में दुनिया जब सार्स की चपेट में आई तो भारत में निवेशकों को एक साल में शेयर बाजार से 84% रिटर्न मिला। इबोला और जीका के दौर में भी शेयर बाजार ने 42.5% और 24% तक रिटर्न दिया। विशेषज्ञों के अनुसार इस बार भी शेयर बाजार, म्युचुअल फंड और सोने आदि में किया गया निवेश बेहतर रिटर्न दे सकता है। पॉलिसीबाजार के एक अधिकारी ने बताया कि महामारी में शेयर बाजार गिरता है। लेकिन इसके एक-दो साल बाद रिटर्न संतोषजनक रहे हैं। इसलिए अभी इक्विटी या म्युचुअल फंड में निवेश का सही समय कहा जा रहा है। 

लॉन्ग टर्म निवेश पर कुछ वर्ष बाद कम से कम 15-20 प्रतिशत रिटर्न की संभावना है। सेबी रजिस्टर्ड निवेश सलाहकार हर्ष रूंगटा कहते हैं कि लंबे समय के निवेश के लिए म्युचुअल फंड बेहतर हैं। अगर दो से पांच साल में बेहतर रिटर्न चाहिए तो डेट फंड और गवर्नमेंट सिक्यूरिटीज जैसे फंड में पैसा लगा सकते हैं। लंबी अवधि के लिए इक्विटी म्युचुअल फंड बेहतर माने जाते हैं। क्रेडाई की तमिलनाडु इकाई के पूर्व अध्यक्ष एवं अक्षता प्राइवेट लि. के चेयरमैन टी. चिट्‌टी बाबू कहते हैं कि दक्षिण भारत के बड़े शहरों में रहने वाले लोग महामारी और लॉकडाउन के कारण अच्छी तरह समझ गए हैं कि खुद का घर बहुत जरूरी है। रियल एस्टेट में 30-40 लाख के फ्लैट भी 5-10 वर्ष में 8 फीसदी रिटर्न देते रहे हैं।

शेयर: 15 से 16% तक रिटर्न की संभावना

निवेश सलाहकार फर्म केआर चौकसी के एमडी देवेन चौकसी कहते हैं- पिछले 20 वर्षों में इक्विटी मार्केट ने औसतन 15-16 फीसदी रिटर्न दिया है। कोरोना संकट में भी लगभग इतना रिटर्न मिल सकता है। 
वजह: चौकसी कहते हैं कि जब भी किसी संकट से मार्केट में अनिश्चितता होती है, तब नया सेक्टर उभरता है। 2008-09 में जब ऐसे हालात बने थे, तब टेक्नॉलोजी सहित कई नए सेक्टर विश्व अर्थव्यवस्था में सामने आए। 

रियल एस्टेट: 8% तक रिटर्न की उम्मीद

क्रेडाई के नेशनल प्रेसीडेंट जक्षय शाह कहते हैं कि होम लोन पर ब्याज दरें घटकर 7% से नीचे आ गई हैं। जो निवेशक रियल एस्टेट में पैसा लगाना चाहता है, उसे पांच वर्ष में बेहतर रिटर्न मिल सकता है। नारडेको (महाराष्ट्र) की उपाध्यक्ष और नाहर ग्रुप की वाइस चेयरपर्सन मंजू याग्निक कहती हैं कि कोरोना काल में बड़ी संख्या में एनआरआई की वापसी से फ्लैट की मांग बढ़ेगी और रियल एस्टेट में निवेश होगा। विशेषज्ञों के अनुसार 8% तक रिटर्न मिलने की उम्मीद है।
वजह: संकट के समय में लोग अपना मकान होने को प्राथमिकता दे रहे हैं। स्टाम्प ड्यूटी एक प्रतिशत घटी है। रेपो रेट भी घटा है। इससे ईएमआई कम हुई है। कैश फ्लो को सपोर्ट करने वाली कीमत मिलने पर कई डेवलपर मूल लागत से कम दाम पर भी फ्लैट बेच रहे हैं। अभी मकान खरीदने का बढ़िया समय है।

सोना: दिवाली तक 8-10% रिटर्न संभव
ऑल इंडिया ज्वैलर्स एंड गोल्ड स्मिथ फेडरेशन के प्रवक्ता नितिन केडिया बताते हैं कि दिवाली तक सोने में 8-10 फीसदी का रिटर्न मिल सकता है। 10 ग्राम सोने का भाव अभी करीब 48 हजार रु. है, जो 52,500 रुपए तक जा सकता है।
वजह: कोविड-19 की वजह से सोने का उत्पादन कम है। फिस्कल डेफिसिट बढ़ने से रुपया कमजोर होगा। इन दो वजहों से सोना एक सेफ हेवन डिमांड की तरह उभरेगा। डिमांड बढ़ेगी तो रिटर्न भी बढ़ेगा।



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