रतलाम। जिला न्यायाधीश/अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सुश्री शोभा पोरवाल के मार्गदर्शन में आयोजित किया गया। सुश्री पूनम तिवारी, जिला विधिक सहायता अधिकारी, रतलाम द्वारा नालसा (नशा पीड़ितों को विधिक सेवाएं एवं नशा उन्मूलन के लिए विधिक सेवाएं) योजना, 2015 एवं मध्यस्थता जागरूकता के अंतर्गत कार्यक्रम जिला न्यायालय परिसर रतलाम में आयोजित किया गया।
कार्यक्रम में श्री आशीष देशपांडे मुंबई मनोचिकित्सक, के साथ वीडियो कांन्फ्रेंस के माध्यम से मीटिंग आयोजित की गई। यह मीटिंग गूगल मीट एप्प के माध्यम से की गई, जिसमें नशा पीड़ितों के लिए चलाई जा रही शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं के माध्यम से रतलाम जिले के नशा पीड़ितों को कैसे सहायता पहुंचाई जाये, इस विषय पर व्यापक चर्चा हुई। जिले में व्याप्त नशा मुक्ति की बुराई को दूर करने के लिए सामाजिक कार्यकर्ताओं के सहयोग से प्रभावी कार्यवाही किये जाने हेतु बैठक पर विचार-विमर्श किया गया।
इसके साथ ही इस अवसर पर एक मध्यस्थता जागरूकता कार्यक्रम भी संपन्न हुआ जिसमें प्रकरणों का आपसी सहमति के आधार सुलाह कराने के प्रयास में तेजी लाने हेतु बैठक आयोजित की गई। मध्यस्थता प्रक्रिया पर आधारित विवादों के निपटारे की रीति को बढ़ावा देने के लिए सभी सामाजिक कार्यकर्ताओं एवं अधिकारियों को विधिक सहायता अधिकारी द्वारा प्रतीक स्वरूप पौधे प्रदान किये गये। इस अवसर पर सर्किल जेल अधीक्षक श्री आर. आर. डांगी, प्रबंधक चाईल्प हेप्ल लाईन श्री प्रेम चैधरी, जनशक्ति अभियान परिषद के श्री राधावल्लभ खंडेलवाल, पतंजलि नशा मुक्ति अध्यक्ष श्री महेश शर्मा, अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत सदस्य डा. लीला जोशी, डा. आशा सराफ, श्री अनुराग लोखंडे, जनअभियान परिषद के श्री रत्नेश विजयवर्गीय, लायंनेस क्लब की डा. सुलोचना शर्मा, श्रीमती प्रेमलता दवे, श्री वीणा छाजेड़, इनरव्हील क्लब की श्रीमती संगीता दरड़ा, लायंस क्लब के श्री नीरज सुरोलिया, लायंनेस क्लब श्रीमती सीमा बोथरा, पतंजलि नशामुक्ति के श्री हर्ष दशोत्तर, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण का स्टाफ, श्री विजय शर्मा, पैरालीगल वालेंटियर उपस्थित थे।