मुंबई। कोरोनावायरस से संक्रमित 63 साल के बुजुर्ग की मंगलवार को यहां मौत हो गई। पड़ोसियों का आरोप है कि रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद लोग उन्हें नफरत भरे मैसेज भेज रहे थे। उनके परिवार वालों से भी भेदभाव किया जा रहा था। 1 मार्च को पुणे के पति-पत्नी और उनका बेटा दुबई से मुंबई लौटा था। बाद में उन तीनों को संक्रमित पाया गया। पत्नी और बेटा अभी भी कस्तूरबा अस्पताल में भर्ती हैं।
खुद की ही मौत का मैसेज मिला
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, मृतक बुजुर्ग सेंट्रल मुंबई की हाउसिंग सोसायटी में रहते थे। उन्हें 13 मार्च को कोरोना पॉजिटिव पाया गया था। उनके पड़ोसियों ने बताया कि मृतक के रिश्तेदार, सोसायटी के लोग और जो उन्हें सालों से जानते थे उनके परिवार की अलोचना कर रहे थे। वे उन्हें वायरस फैलाने के लिए कोस रहे थे। एक दिन तो उन्हें अपनी ही मौत का मैसेज मिला। इससे उनके परिवार को काफी दुख हुआ।
बेटी और पोती से स्कूल में भेदभाव हो रहा
पड़ोसियों ने बताया कि जैसे ही इस परिवार के संक्रमित होने की खबर फैली सोसायटी में रोजमर्रा के कामकाज करने वालों ने आना बंद कर दिया। अफवाह के कारण व्यक्ति की बेटी और पोती को स्कूल और मोहल्ले में भेदभाव का सामना करना पड़ रहा है। बुजुर्ग का परिवार इस सोसायटी में 20 साल से रह रहा है।
आसपास के 460 घरों में संदिग्धों की जांच हुई, कोई संक्रमित नहीं
बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) ने मृतक के घर के आसपास की 15 इमारतों के 460 घरों में संक्रमण के लक्षण वालों की जांच कराई है। हालांकि, यहां किसी की भी रिपोर्ट पॉजिटिव नहीं आई है। जहां उन्हें भर्ती किया गया था वहां के आठ डॉक्टर, नर्स और स्टाफ के अन्य लोगों की रिपोर्ट भी निगेटिव आई है। अस्पताल के 74 लोगों को घर पर ही 14 दिन के लिए आइसोलेशन में रहने की सलाह दी गई है।
सोसायटी के लोगों को भी अछूत माना जा रहा
स्थानीय लोगों का कहना है कि लोग सोसायटी के बारे में भी अफवाहें फैला रहे हैं। यहां रहने वाले दक्षेश संपत ने कहा कि हमने अफसरों से इसकी शिकायत की थी, लेकिन उनका कहना है कि उनकी सोसायटी और पड़ोस का इलाका अलग-अलग वार्ड में आता है। इसलिए वे कुछ नहीं कर सकते। संपत ने कहा कि लोग उन्हें अछूत मान रहे हैं। उन्होंने कहा कि यहां से गुजरने वाले कुछ बाइकर्स सोसायटी के आसपास तेज आवाज में कोरोना चिल्लाते हैं और फिर भाग जाते हैं।
जिस टैक्सी से आए उसमें बैठे 6 लोग पॉजिटिव मिले
1 मार्च को पुणे के पति-पत्नी और उनका बेटा दुबई से मुंबई लौटे थे। मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट से उन्होंने पुणे के लिए टैक्सी बुक की थी। पति-पत्नी और उनका बेटा बाद में कोरोनावायरस से संक्रमित हो गए। बाद में उस उसी टैक्सी में ट्रेवल करने वाले दो और लोग और ड्राइवर भी संक्रमित हो गए। इस तरह छह लोग एक ही टैक्सी में होने की वजह से संक्रमित हो चुके थे।