भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एक बार फिर पेट्रोल-डीजल पर एक-एक रुपए अतिरिक्त टैक्स बढ़ा दिया। मध्य प्रदेश के नागरिक इससे पहले पेट्रोल पर ₹3 50 पैसे और डीजल पर ₹2 अतिरिक्त टैक्स दे रहे थे। शनिवार 13 जून से उन्हें सभी सरकारी टैक्स के अलावा ₹4 50 पैसे पेट्रोल पर और तीन रुपए डीजल पर अतिरिक्त टैक्स देना पड़ेगा।
लॉकडाउन में बर्बाद पर मध्य प्रदेश की जनता से 527 करोड रुपए की वसूली
लॉकडाउन के कारण आम नागरिकों की हालत बेहद खराब है। लोगों की लाइफ अभी तक पटरी पर नहीं आई है। दुकानें खुल रही है परंतु बाजार नहीं चल रहा। सरकारी कर्मचारियों को छोड़कर प्राइवेट कर्मचारियों की स्थिति भी काफी नाजुक है। ऐसे समय में जबकि नागरिकों को सरकारी मदद की जरूरत है, सरकार ने अतिरिक्त टैक्स लगा दिया। जिस तरह से शिवराज सिंह सरकार मध्य प्रदेश के वाहन चालकों से 527 करोड़ों पर अतिरिक्त वसूल करेगी।
सरकारी पेट्रोलियम कंपनियां भी हर रोज 55 पैसे प्रति लीटर बढ़ा रही है
मध्यप्रदेश में पेट्रोल डीजल का उपयोग करना अब सबसे बड़ा पाप होता जा रहा है। भारत सरकार की पेट्रोलियम कंपनियां पिछले 6 दिनों से हर रोज औसत 55 पैसे प्रति लीटर के दाम बढ़ा रही हैं। बीते 5 दिनों में पेट्रोल और डीजल के दाम करीब सवा दो रुपये तक बढ़ चुके हैं। पेट्रोल और डीजल बीते 24 घंटों में प्रति लीटर 40 पैसे महंगे होकर ₹80 98 पैसे हुआ है। जबकि डीजल बीते 24 घंटों में 56 पैसे बढ़कर ₹71.54 पैसे तक जा पहुंचा है। पेट्रोल और डीजल पर एक रुपये का सेस लगने के बाद अब पेट्रोल ₹81 98 पैसे और डीजल ₹72.54 पैसे प्रति लीटर होगा।
मध्य प्रदेश के लोग पेट्रोल-डीजल पर 50% से ज्यादा टैक्स देते हैं
मध्यप्रदेश में पेट्रोल-डीजल के दाम पूरे देश में सबसे ज्यादा है। यहां के नागरिक पेट्रोल डीजल पर 50% से ज्यादा टैक्स देते हैं। सरल शब्दों में ₹32 प्रति लीटर वाला पेट्रोल ₹80 प्रति लीटर में खरीदना पड़ता है। पेट्रोलियम कंपनियों के मुनाफे के अलावा केंद्र और राज्य सरकारों के टैक्स पहले से ही बहुत अधिक हैं, इसके अलावा शिवराज सिंह के अतिरिक्त टैक्स हर कार्यकाल में ₹1 प्रति लीटर बढ़ जाते हैं।