शिवराज ने कहा- पापियों का विनाश तो पुण्य का काम, कमलनाथ का जवाब- खुद को धर्म प्रेमी बताने वाले ही सबसे बड़े अधर्मी

Posted By: Himmat Jaithwar
6/12/2020

भोपाल. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के कांग्रेस सरकार को गिराने का ऑडियो वायरल होने के बाद सियासी घमासान थमता नहीं दिख रहा है। मुख्यमंत्री चौहान के ट्वीट के बाद अब पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्विटर पर ही जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि कुछ लोग खुद को बड़ा धर्म प्रेमी बताते हैं, लेकिन सच्चाई ये है कि यही लोग सबसे बड़े अधर्मी हैं और पापी हैं। 

गुरुवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने ट्वीट किया था- 'पापियों का विनाश तो पुण्य का काम है। हमारा धर्म तो यही कहता है। क्यों? बोलो, सियापति रामचंद्र की जय।' चौहान के इस ट्वीट को इंदौर की रेजीडेंसी में सांवेर के कार्यकर्ताओं को संबोधित करने के बाद मचे सियासी घमासान से जोड़कर देखा जा रहा है।

शिवराज के ऑडियो में सिंधिया-सिलावट के साथ मिलकर सरकार गिराने की बात
कांग्रेस ने दावा किया है कि शिवराज कहते सुने जा रहे हैं कि मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार गिरनी चाहिए, ये भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने तय किया था। सिंधिया और सिलावट के बिना यह संभव नहीं था। ये ऑडियो-वीडियो मंगलवार के बताए जा रहे हैं। इसके बाद से कांग्रेस लगातार भाजपा और शिवराज पर हमलावर है। कांग्रेस ने राष्ट्रपति और सुप्रीम कोर्ट तक जाने की बात कही है।

कमलनाथ का सवाल- जनता के धर्म यानी जनादेश का अपमान करने वाले कैसे धर्म प्रेमी?

मुख्यमंत्री शिवराज का ट्वीट...

दिग्विजय ने शिवराज को धन्यवाद कहा 

पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने शिवराज सिंह चौहान का धन्यवाद किया है। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश की सरकार गिराने के षड्यंत्र में मोदी और शाह भी शामिल थे, आपने (शिवराज) इसका भंडाफोड़ कर दिया। इसके लिए शिवराजजी आपका धन्यवाद। उन्होंने ट्वीट के जरिए कहा- अब यह साफ हो गया है कि जब मोदीजी को कोरोना से निपटने के लिए समय देना था, तब वे मध्यप्रदेश की जनता द्वारा चुनी हुई सरकार को गिराने में व्यस्त थे। 

भाजपा जिसे षड्यंत्र बता रही, उसे तुलसी सिलावट ने स्वीकारा : कांग्रेस
कांग्रेस प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने कहा कि जो भाजपाई शिवराजजी के इंदौर की रेजीडेंसी कोठी में सांवेर के लोगों के बीच दिए गए भाषण के वायरल ऑडियो-वीडियो को फर्जी और कांग्रेस का षड्यंत्र बता रहे हैं, उसे शिवराजजी के पास खड़े मंत्री तुलसी सिलावट स्वीकार कर रहे हैं, इसमें वे कह रहे हैं कि, जो शिवराजजी ने कहा- वह एक-एक शब्द सही है। ये उनका मेरे प्रति प्यार है।

24 घंटे पहले नाथ ने कहा था- मैं शुरू से कह रहा- साजिश से सरकार गिराई
‘मैं शुरू से ही कह रहा था कि भाजपा ने जनादेश प्राप्त सरकार को साजिश, षड्यंत्र और प्रलोभन का खेल रच कर गिराया है। अब तो इस बात की पुष्टि भी हो गई। सच्चाई जनता के सामने आ गई। किस तरह सरकार गिराने की साजिश व खेल रचा गया और उसमें कौन-कौन शामिल था। जो लोग कहते थे कि सरकार असंतोष के कारण गिरी, हमने नहीं गिराई, उनका झूठ सामने आ गया है। हमारी सरकार ने मिलावटखोरों, माफिया के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की, प्रदेश में निवेश लाने के प्रयास किए, इससे भाजपा घबरा गई थी। उसे डर था कि सालों तक अब सत्ता में उसकी वापसी नहीं होगी, इसलिए साजिश की गई थी।’

ऑडियो में शिवराज- तुलसी नहीं जीते तो क्या मैं मुख्यमंत्री रहूंगा?
‘कांग्रेस सरकार के मुख्यमंत्री सिर्फ दलाली कर रहे थे। कुछ विभाग दिग्विजय ने ले लिए तो कुछ उन्होंने। छह हजार करोड़ का कर्ज सिर्फ कागजों पर माफ किया। पूरे प्रदेश में आतंक का तांडव किया। हमारे कार्यकर्ताओं और विचारधारा को कुचलने का प्रयास किया। तब केंद्रीय नेतृत्व ने तय किया कि अब यह सरकार गिरनी चाहिए। नहीं तो यह बर्बाद कर देंगे। आप ही बताओ सिंधिया- तुलसी भाई के सहयोग के बिना सरकार गिर सकती थी क्या? सिलावट को हर हाल में जिताना ही है। मैं ईमानदारी से कह रहा हूं, तुलसी भाई ने एक मिनट में मंत्री पद त्याग दिया। आप ही बताओ तुलसी नहीं जीते तो क्या मैं सीएम रहूंगा?’



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