कई राज्यों से कोरोना वायरस के नए मामले सामने आने के बाद देश में संक्रमित लोगों की संख्या मंगलवार को बढ़कर 126 हो गई। स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह जानकारी दी। इनमें 22 विदेशी और दिल्ली, कर्नाटक और महाराष्ट्र में कोविड-19 के कारण जान गंवाने वाले तीन लोग शामिल हैं। दिल्ली में अब तक कोरोना वायरस से संक्रमण के सात मामले सामने आए हैं। उत्तर प्रदेश में एक विदेशी नागरिक समेत 13 लोग इससे संक्रमित पाए गए हैं। महाराष्ट्र में कोरोना वायरस से संक्रमित तीन विदेशी नागरिकों सहित 39, कर्नाटक में आठ, लद्दाख में चार, जम्मू-कश्मीर में तीन और तेलंगाना में चार मरीज हैं।
राजस्थान में दो विदेशी नागरिकों सहित कुल चार लोग संक्रमित पाए गए हैं। तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और पंजाब में एक-एक मामला सामने आया है। ओडिशा में भी सोमवार को कोविड-19 का पहला मामला आया था। इसके अलावा हरियाणा में संक्रमित 15 में से 14 लोग विदेशी हैं और उत्तराखंड में भी एक मामला सामने आया है। केरल में दो विदेशी नागरिक सहित 24 लोग वायरस से संक्रमित हैं। इसमें पिछले महीने इससे ठीक हो चुके तीन लोग भी शामिल हैं। मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार केरल के तीन मरीजों सहित कुल 13 लोगों को ठीक होने के बाद अस्पताल से छुट्टी मिल चुकी है। वायरस से संक्रमित तीन लोगों की अब तक मौत हो चुकी है। मंगलवार को मुंबई में 64 वर्षीय व्यक्ति की मौत हो गई जो दुबई से लौटा था।
इससे पहले पिछले मंगलवार को कलबुर्गी के 76 वर्षीय एक व्यक्ति की मौत हो गई थी जो सऊदी अरब से लौटा था। वहीं कोरोना वायरस से संक्रमित दिल्ली की 68 वर्षीय महिला का शुक्रवार रात राम मनोहर लोहिया अस्पताल में निधन हो गया था। भारत में कोरोना वायरस मामले बढ़ने के बीच सरकार ने कहा कि वायरस का सामुदायिक स्तर पर संक्रमण नहीं देखने को मिला है और अब तक स्थानीय स्तर पर संक्रमण के कुछ मामले सामने आए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि संक्रमित 126 लोगों के सम्पर्क में आए 52,000 से अधिक लोगों की पहचान हो चुकी है। वे किस-किस से तथा कहां मिले इसका पता लगाया जा रहा है और उन पर कड़ी नजर रखी जा रही है।
उल्लेखनीय है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) कोविड-19 को वैश्विक महामारी घोषित कर चुका है। कोविड-19 के मामले बढ़ने के साथ सरकार ने 31 मार्च तक सामाजिक दूरी बनाने के कुछ उपायों का प्रस्ताव दिया है। मंत्रावय में संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा है कि यूरोपीय संघ के सदस्य देशों, यूरोपीय मुक्त व्यापार संगठन, तुर्की और ब्रिटेन से भारत आने वाले यात्रियों का प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया है जो 18 मार्च, 2020 से प्रभावी होगा।