मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने वीसी में केलकच्छ ग्राम प्रधान मुकेश डोडियार से चर्चा की गांव के हाल जाने, सबका ध्यान रखने को कहा

Posted By: Himmat Jaithwar
6/11/2020

रतलाम। मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान ने गुरुवार को भोपाल से वीसी के माध्यम से प्रदेश के ग्राम प्रधानों से चर्चा की। इस दौरान रतलाम एनआईसी कक्ष में उपस्थित बाजना क्षेत्र की केलकच्छ ग्राम पंचायत के ग्राम प्रधान श्री मुकेश डोडियार से भी मुख्यमंत्री ने चर्चा की। गांव के हाल जाने और सबका ध्यान रखने को कहा। इस अवसर पर सीईओ जिला पंचायत श्री संदीप केरकेट्टा के अलावा ग्राम पंचायत देवला की ग्राम प्रधान गलीबाई वसुनिया तथा ग्राम पंचायत सिंगत के ग्राम प्रधान मुकेश सिंगार भी उपस्थित थे।

            मुख्यमंत्री श्री चौहान ने केलकच्छ के ग्राम प्रधान मुकेश डोडियार से पूछा कि ग्राम पंचायत में कितनी राशि पहुंची है, मुकेश ने बताया कि 6 लाख 80 हजार रुपए आए हैं इस राशि से गांव में नाली निर्माण, सीसी रोड इत्यादि निर्माण की तैयारी की जा रही है। मुख्यमंत्री ने पूछा कि गांव में कोरोना तो नहीं है, मुकेश ने बताया कि अब तक गांव में कोई भी कोरोना संक्रमण नहीं है। मुख्यमंत्री द्वारा यह भी पूछा गया कि गांव में सबको राशन मिल गया है अथवा नहीं, मुकेश ने बताया कि सब को राशन मिला है। मुकेश ने मुख्यमंत्री को यह भी बताया कि आप वर्ष 2016 में हमारे गांव केलकच्छ आए थे, इस पर मुख्यमंत्री ने प्रसन्नता व्यक्त की।

            वीसी में मुख्यमंत्री श्री चौहान ने ग्राम प्रधानों से कहा कि कोरोना के विरुद्ध लड़ाई में आप सबका भरपूर सहयोग मिला है। प्रदेश में अस्पतालों की बेहतर व्यवस्था से मरीज स्वस्थ होकर घर लौट रहे हैं परंतु सावधान रहें अभी कोरोना खत्म नहीं हुआ है लेकिन हम सब मिलकर कोरोना को पराजित करेंगे। मुख्यमंत्री ने सभी से मास्क का उपयोग करने, दो गज की दूरी बनाए रखने और इस दिशा में सबको जागरूक करते रहने को कहा। यह भी कहा कि कोरोना के विरुद्ध लड़ाई के लिए हर एक ग्राम पंचायत को आबादी के मान से राशि पहुंचाई गई है। रोग प्रतिरोधक क्षमता के लिए आयुर्वेदिक काढ़े के उपयोग का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि देसी नुस्खे बहुत उपयोगी हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि पंच परमेश्वर योजना फिर से लागू की गई है, पंचायतों के खाते में राशि डाली गई है इसके 75 प्रतिशत हिस्से का उपयोग गांव में सड़क, नाली, पुलिया निर्माण, स्ट्रीट लाइट जैसे अधोसंरचना कार्यों में उपयोग किया जा सकता है। पेयजल कार्यों के लिए भी 10 प्रतिशत राशि खर्च की जा सकती है साढे सात प्रतिशत राशि स्टॉप डेम मरम्मत, भवन पुताई, बिजली खर्च इत्यादि पर वहन की जा सकती है।

            मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रवासी श्रमिकों को रोजगार देने के लिए मनरेगा में व्यापक पैमाने पर कार्य प्रदेश में किए जा रहे हैं, लेबर बजट बढ़ाया गया है। प्रदेश में लगभग 2 लाख काम शुरू हो चुके हैं, श्रमिकों के खातों में 12 करोड़ 62 लाख रुपए की राशि डाली जा चुकी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य शासन ने लॉकडाउन के दौरान अन्य राज्यों में फंसे प्रदेश के श्रमिकों को लाने के लिए विशेष ट्रेन तथा बसों का इंतजाम किया। श्रमिकों  को गेहूं, चावल तथा चना दाल निःशुल्क दी जा रही है। हमने संबल योजना पुनः चालू की है, प्रवासी श्रमिकों को रोजगार देने के लिए रोजगार सेतु योजना के तहत पोर्टल आरंभ किया है। अब तक 7 लाख 3 हजार श्रमिक पोर्टल पर सूचीबद्ध किए जा चुके हैं। मजदूरों को संबल योजना के अलावा अन्य योजनाओं से भी जोडा जा रहा है। उनको काम मिलना भी शुरु हो गया है। इसके तहत रोजगार मेले भी आयोजित किए जाएंगे। सीईओ जिला पंचायत श्री संदीप केरकेट्टा ने बताया कि रतलाम जिले की 418 ग्राम पंचायतों में पंच परमेश्वर योजना के तहत 30 करोड 3 लाख रुपए राशि खातों में शासन द्वारा डाली गई है।



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