दिल्ली में बढ़ रहे कोरोना संक्रमण को लेकर सरकार चिंतित है. उपराज्यपाल अनिल बैजल ने आज दो बैठक बुलाई है. पहली बैठक दिल्ली सरकार के साथ होगी, जिसमें डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया समेत दिल्ली सरकार के अफसर शामिल होंगे. दूसरी बैठक शाम 3 बजे होगी. इसमें सभी पार्टी के नेताओं को बुलाया गया है.
दिल्ली सरकार की बैठक में डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया शामिल होंगे. उन्होंने कहा कि उपराज्यपाल के साथ मीटिंग में कोरोना स्प्रेड पर चर्चा होनी है और एसडीएमए में तय होता है कि दिल्ली में कम्युनिटी स्प्रेड है तो स्ट्रेटजी बदलनी पड़ेगी, इसलिए मुख्यमंत्री ने मुझे मीटिंग में शामिल होने के लिए मुझे अधिकृत किया है.
उपराज्यपाल ने बदला केजरीवाल का आदेश
सीएम अरविंद केजरीवाल के अस्पतालों में सिर्फ दिल्ली वालों के इलाज वाले आदेश को अभी 24 घंटे ही हुए थे कि राजधानी के सुपर बॉस यानी उपराज्यपाल ने फरमान पलट दिया. एलजी अनिल बैजल ने मुख्यमंत्री के आदेश पर रोक लगा दी. उपराज्यपाल ने दिल्ली डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी के चेयरमैन की हैसियत से सीएम के फैसले पर वीटो लगाया.
अब दिल्ली के अस्पतालों में सभी लोगों का इलाज होगा यानि बाहर से आने वाले भी जगह खाली होने पर दिल्ली के सरकारी अस्पतालों में इलाज करा सकेंगे. इधर उपराज्यपाल ने फैसला बदला, उधर दिल्ली सरकार खफा हो गई. सीएम केजरीवाल ने तुरंत ट्वीट कर इसे दिल्ली वालों के लिए नई मुसीबत बताया
सीएम अरविंद केजरीवाल ने लिखा, 'एलजी साहब के आदेश ने दिल्ली के लोगों के लिए बहुत बड़ी समस्या और चुनौती पैदा कर दी है. देशभर से आने वाले लोगों के लिए कोरोना महामारी के दौरान इलाज का इंतजाम करना बड़ी चुनौती है. शायद भगवान की मर्जी है कि हम पूरे देश के लोगों की सेवा करें. हम सबके इलाज का इंतजाम करने की कोशिश करेंगे.'
आम आदमी पार्टी के इस गुस्से को बीजेपी सांसद गौतम गंभीर ने और भड़का दिया है. गंभीर ने तंज कसते हुए ट्वीट किया, 'दिल्ली सरकार के दूसरे राज्यों के मरीजों का इलाज नहीं करने के मूर्खतापूर्ण आदेश को खत्म करने के लिए एलजी का उत्कृष्ट कदम! भारत एक है और हमें मिलकर इस महामारी से लड़ना है! इंडिया फाइट अगेंस्ट कोरोना.'