रतलाम,(तेज़ इंडिया टीवी)। कांग्रेस के स्टार प्रचारक में शामिल रहे पारस सकलेचा दादा इस बार के विधानसभा चुनाव में अपने हक के 500 वोट भी नहीं ला सके। कांग्रेस को हर बार की तरह एक बार फिर से अपने परंपरागत वोट मिले हैं जबकि भाजपा ने कांग्रेस में भले ही कम लेकिन सेंध मारी जरूर की है।
वर्ष 2022 में हुए नगर निगम के चुनाव में महापौर प्रत्याशी के रूप में कांग्रेस की प्रत्याशी द्वारा भाजपा को कड़ी टक्कर दी गई थी लेकिन साल भर के अंतराल में विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा अपने हक के वोट जो कांग्रेस के पास चले गए थे वह उन्हें फिर फिर से छीन कर ले आई है।
रतलाम शहर से कांग्रेस प्रत्याशी पारस सकलेचा को कांग्रेस के ही वोट मिले है। वे अपने 500 वोट भी नही जुटा पाए है। वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी प्रेमलता दवे को 48551 वोट मिले थे, वही 2023 में कांग्रेस पारस सकलेचा को 48948 वोट ही मिले। पिछली बार का आंकलन किया जाए तो पारस सकलेचा महज ही 397 वोटो की ही बड़ोतरी कर पाए।
इस बार के विधानसभा चुनाव की शुरुआत से ही इसकी रोचकता आंकी जा रही थी। हर किसी को लग रहा था कि इस बार टक्कर कांटे की रहेगी लेकिन जब परिणाम सामने आए तो कांग्रेस को महापौर चुनाव में जितने मत मिले थे, वहां तक भी इस बार कांग्रेस नही पहुंच सकी।