नई दिल्ली. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को पश्चिम बंगाल में वर्चुअल (ऑनलाइन) रैली की। उन्होंने कहा कि 2014 से राज्य में परिवर्तन के लिए 100 से ज्यादा भाजपा कार्यकर्ताओं ने जान गंवाई, उनका त्याग ‘सोनार बांग्ला’ में काम आएगा। भाजपा के फेसबुक और ट्विटर पेज पर इस रैली का सीधा प्रसारण भी हुआ। शाह ने रविवार को बिहार में और सोमवार को ओडिशा में वर्चुअल रैली की थी।
भाजपा ने ममता के 9 साल के कार्यकाल पर पिछले हफ्ते 9 बिंदुओं का आरोपपत्र जारी किया था। पार्टी ने सोशल मीडिया पर ‘आर नोई ममता’ (ममता का शासन अब और नहीं) अभियान भी चलाया है।
बंगाल में 1000 वर्चुअल रैली करने की योजना
भाजपा सूत्रों ने बताया कि पार्टी बंगाल के हर हिस्से को कवर करने के लिए यहां 1000 वर्चुअल रैली करने की योजना बना रही है। उन्होंने कहा कि बीते 2 महीने से हमारे कार्यकर्ता घरों पर बैठे हैं। इस रैली से उनका मनोबल बढ़ेगा और राज्य की 294 सीटों पर अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए ऊर्जा मिलेगी। बंगाल में पिछले साल हुए आम चुनाव में भाजपा को 18 और सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस को 22 सीटें मिली थीं।
भाजपा का दावा- बिहार की रैली में कांग्रेस पर निशाना साधा
शाह ने बिहार की वर्चुअल रैली में 35 मिनट भाषण दिया था। इसमें उन्होंने कहा कि इंदिरा गांधी ने लोकतंत्र का गला घोंटने की कोशिश की थी। इंदिरा अब नहीं हैं, लेकिन गरीबी वहीं की वहीं है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जो कहते हैं वो करते हैं। बिहार में इस साल के आखिर में विधानसभा चुनाव होने हैं।
ओडिशा की रैली में कहा था- दो गज दूरी हमें जनता से दूर नहीं कर सकती
शाह ने ओडिशा की रैली में कहा था कि आज ये जो वर्चुअल रैली हो रही है वह भाजपा की परंपरा का अभिन्न अंग है। भाजपा जब से राजनीति में आई है, हम तब से जनता से संवाद करते रहे हैं और जनता की बात सरकार तक पहुंचाते रहे हैं। उन्होंने कहा था कि दो गज की दूरी भाजपा कार्यकर्ताओं को जनता से दूर नहीं कर सकती।