भोपाल. मध्य प्रदेश के सिंगरौली के रहने वाले सिंगर विवेक तिवारी से शादी करने मार्च में भोपाल आईं पोलैंड की डोरोटा मारिया लॉकडाउन के कारण दो महीने से फंसी थीं। उनके मन में भारत की छवि अच्छी नहीं थी। उन्होंने यहां की पुलिस के बारे में कई बातें सुन रखी थीं। लेकिन, भोपाल आने के बाद उन्हें यहां पुलिस की मदद मिली तो छवि बदल गई। सिंगर विवेक की डोरोटा मारिया से 2018 में मुलाकात हुई थी। डोरोटा सोमवार को पोलैंड के लिए रवाना हुईं तो बार-बार पुलिसकर्मियों का शुक्रिया अदा करती रहीं और कहा- आई लव यू इंडिया।
डोरोटा मारिया ने बताई पोलैंड से भोपाल आने और फिर वापस घर लौटने तक की कहानी...
‘मैं कविताएं लिखती हूं और पेंटिंग करती हूं। भारतीय संगीत में रुचि होने के कारण दिसंबर 2018 में मेरी पहचान भारत के संगीतकार विवेक तिवारी से हुई थी। हमने शादी करने का फैसला किया। मार्च के पहले सप्ताह में टूरिस्ट वीजा पर भोपाल आई। आर्य समाज मंदिर में 11 मार्च को हिंदू रीति-रिवाज के साथ विवेक से शादी कर ली। 30 मार्च को पोलैंड लौटना था, लेकिन लॉकडाउन के कारण फंस गई। विवेक की भी यहां ज्यादा जान-पहचान नहीं थी। हमारे पास पैसे भी बहुत कम थे। घर से दूर विदेश में इस तरह रहना सुरक्षित नहीं लग रहा था। मुझे हर पल डर लगा रहता था। ख्याल आता था। कहीं कुछ गलत न हो जाए? हमारे देश में हमें बताया गया था कि भारत की पुलिस और राजनेता करप्ट हैं। यह बात और सता रही थी। अब डिप्रेशन होने लगा था। विवेक के भी सभी इवेंट रद्द हो चुके थे। समझ नहीं आ रहा था क्या करें? लोगों से मिलने में डर लगने लगा था। फिर एक दोस्त की सलाह पर हम अशोका गार्डन टीआई सुरेश तिवारी से मिले। उसके बाद तो जैसे सब-कुछ बदल गया। पुलिस हर घंटे घर आती और हमसे बातचीत करती। राशन समेत अन्य सामग्री भी दी। आज मैं घर लौट रही हूं। दो दिन से लगातार सफर कर रही हूं। घर जाने का सुकून है, लेकिन भारत के प्यार को अपने साथ ले जा रही हूं। सब-कुछ सामान्य होने पर जल्द ही भारत आऊंगी।’
सबसे विरोध के बाद शादी की थी
विवेक ने दैनिक भास्कर को बताया कि अशोका गार्डन में किराए से रहने के लिए तीन महीने पहले ही आए थे। डोरोटा से शादी के लिए घर पर कोई राजी नहीं हुआ। भोपाल में इवेंट होने के कारण यहीं पर शादी करने का निर्णय लिया। दोस्तों की मौजूदगी में हम एक-दूजे के हो गए। यही डर लगा रहता था कि विदेशी होने के कारण कहीं उसे उससे अलग न कर दिया जाए या फिर जबरदस्ती उसे उसके देश न भेज दिया जाए। हमले का डर पर भी लगा रहता था। वह अपने घर लौट गई है। मैं दिसंबर में पोलैंड जाऊंगा।
घर जाने से पहले थाने पहुंचकर शुक्रिया बोला
लॉकडाउन खुलने के कारण फ्लाइट शुरू होते ही डोरोटा ने घर जाने के लिए टिकट बुक करा ली। कोरोना के कारण विवेक यहीं रुक गए। घर जाने से पहले डोरोटा ने अशोका गार्डन पहुंचकर सभी पुलिसकर्मियों का शुक्रिया अदा किया। ट्रांसफर होने के कारण रातीबढ़ पहुंचे टीआई सुदेश तिवारी से मिलकर धन्यवाद दिया।