भोपाल। भारतीय जनता पार्टी को मध्य प्रदेश में सत्ता का लंबा अनुभव है। बावजूद इसके भाजपा ने एक गंभीर चूक कर डाली है। मध्य प्रदेश की 24 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी में विधानसभा के प्रोटेम स्पीकर को 1 सीट का चुनाव प्रभारी नियुक्त कर दिया।
याद दिला दें कि मध्य प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के बाद श्री एनपी प्रजापति ने विधानसभा अध्यक्ष के पद से इस्तीफा दे दिया था। भारतीय जनता पार्टी ने वरिष्ठ विधायक श्री जगदीश देवड़ा को विधानसभा का प्रोटेम स्पीकर नियुक्त किया था। समाचार लिखे जाने तक विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव नहीं हुआ था। ऐसी स्थिति में श्री जगदीश देवड़ा प्रोटेम स्पीकर बने हुए हैं और भारतीय जनता पार्टी ने उन्हें एक सामान्य कार्यकर्ता की तरह विधानसभा चुनाव का प्रभारी बना दिया।
वरिष्ठ कांग्रेस विधायक एवं पूर्व संसदीय कार्य मंत्री डॉक्टर गोविंद सिंह ने जगदीश देवड़ा को सुवासरा का प्रभारी बनाए जाने पर आपत्ति जताते हुए कहा है कि यह सीधे तौर पर स्पीकर के पद की गरिमा को ठेस पहुंचाने वाला काम है। संवैधानिक पद पर बैठे किसी व्यक्ति को चुनाव संचालन और प्रचार की जिम्मेदारी कैसे दी जा सकती है। विधान सभा का स्पीकर या प्रोटेम स्पीकर संवैधानिक पद पर रहते हुए सभी दल और पार्टी के विधायकों के संरक्षक के तौर पर काम करता है लेकिन बीजेपी ने संवैधानिक व्यवस्था को ताक पर रखकर गलत फैसले लेने की परंपरा बना ली है।