उज्जैन. सोमवार का दिन। सुबह 8 बजे। 79 दिन बाद बाबा महाकाल के दर्शन के लिए मंदिर के बाहर लाइन लगी है। भक्त लालायित... । मंदिर तो वैसा ही था, लेकिन दर्शन का स्वरूप बदला हुआ था। सुबह 7 बजे से भक्तों के आने का सिलसिला शुरू हो गया था, सभी के मुंह पर मास्क लगा था, लेकिन बाबा महाकाल का जाप शुरू था। पूरा मंदिर बाबा महाकाल के जयघोष से गूंज रहा था। सोशल डिस्टेंसिंग के लिए बनाई गई व्यवस्था अनुसार भक्त दूर-दूर खड़े थे और मंदिर में प्रवेश के लिए इंतजार कर रहे थे। लाइन में लगे भक्त वो सभी थे जो एक दिन पहले बुकिंग करवाकर यहां पहुंचे थे। सभी बस एक ही बात कह रहे थे, बड़े दिन हो गए बाबा को निहारे हुए, अब तो बस भीतर जाएं और जी-भर के बाबा को देखना चाहते हैं।
भक्तों का इंतजार सुबह पौने 8 बजे बजे के करीब खत्म हुआ। गेट पर लगे सुरक्षाकर्मी और अन्य व्यवस्थापकों ने मंदिर में प्रवेश के लिए गेट खोला। गेट खुलते ही बाबा का जोरदार उद्वघोष हुआ। जयनारों के बीच पहला भक्त गेट के पास पहुंचा, और यहां रखे सैनिटाइजर से हाथों को सैनिटाइज किया। इसके बाद टीम ने उसकी थर्मल स्क्रीनिंग की। वह आगे बढ़ा तो महाकाल मंदिर समिति और विधायक पारस जैन समेत धर्म गुरुओं ने उसे दुपट्टा पहनाकर स्वागत किया। इसके बाद भक्त जिग-जैक तरीके से हाेता हुआ मंदिर के मैन गेट पर पहुंचा। यहां से टनल से होते हुए उसने मंदिर में प्रवेश किया और फिर नंदीगृह के पीछे गणेश और कार्तिकेय मंडप तक पहुंचकर बाबा को निहारा और आशीर्वाद लिया। काेरोना संक्रमण के कारण महाकाल मंदिर में श्रद्धालुओं की सुरक्षा और केंद्र की गाइडलाइन का पालन पूरी तरह से करवाया जा रहा है। विधायक जैन ने सुबह आए सभी श्रद्धालुओं को दुपट्टा पहनाकर स्वागत किया।
बाबा के सेनापति कालभैरव ने भी दर्शन दिए
शहर में सोमवार से ज्योतिर्लिंग महाकालेश्वर के साथ उनके सेनापति कहे जाने वाले कालभैरव मंदिर में श्रद्धालुओं का प्रवेश शुरू हो गया। यहां भी भक्तों ने गाइडलाइन का पालन करते हुए कालभैरव के दर्शन किए। वहीं, फ्रीगंज स्थित गुरुद्वारा, देवास रोड स्थित कैथोलिक चर्च, जामा मस्जिद और मदीना मस्जिद भी खोल दिए गए हैं। इन सभी धर्मस्थलों पर केंद्र सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन का पालन कराने की जिम्मेदारी प्रबंधन समितियों की है। अन्य धर्मस्थलों को लेकर 15 जून को निर्णय लिया जाएगा।
चार स्लॉट में 2800 भक्तों के दर्शन की व्यवस्था
कलेक्टर आशीष सिंह ने जिला आपदा समिति की अनुशंसा पर महाकालेश्वर मंदिर में 8 जून से दर्शनार्थियों को प्रवेश के आदेश दिए थे। महाकाल मंदिर प्रशासक एसएस रावत के अनुसार सुबह 8 से शाम 6 बजे तक चार स्लॉट में 2800 श्रद्धालुओं को दर्शन कराने की व्यवस्था की गई है। गर्भगृह में प्रवेश बंद हैं। भक्त दर्शन नंदीगृह के पीछे गणेश और कार्तिकेय मंडप से कर रहे हैं। दर्शन के लिए सुबह 8 से 10 बजे तक, सुबह 11 से दोपहर 1 बजे तक, दोपहर 2 से शाम 4 व 4.30 से 6 बजे तक तय किया है।
पूजन-आरती के समय प्रवेश बंद
मंदिर में तड़के होने वाली भस्मआरती, सुबह 7 बजे, 10.30 बजे, शाम 7 बजे और रात 10.30 बजे शयन आरती के दौरान प्रवेश नहीं कर सकेंगे। दर्शन के हर स्लॉट के बाद मंदिर को सैनिटाइज किया जा रहा है।
2200 भक्तों ने करवाई बुकिंग
मंदिर सहित के अनुसार सोमवार सुबह पहले दो घंटे में 700 भक्तों ने दर्शन के लिए बुकिंग करवाई थी। इसके अलावा पूरे दिन के लिए 2200 भक्तों ने परमिशन ली है। इसके पहले बुकिंग की शुरुआत रविवार रात 8 बजे शुरू हुई। मोबाइल एप और टोल फ्री नंबर पर रात 9 बजे तक 344 श्रद्धालुओं ने बुकिंग कराई। पहली बुकिंग आगर मालवा के लखन गवली ने करवाई। उनके साथ अनिल जायसवाल भी दर्शन करने पहुंचे।
प्री-बुकिंग के ये दो तरीके
- मोबाइल के प्ले स्टोर से महाकालेश्वर मंदिर के लाइव दर्शन एप को डाउनलोड करें। एप खोलने पर डेशबोर्ड पर जनरल दर्शन टिकट का लोगो दिखेगा। इसे टच करने पर बुकिंग का ऑप्शन खुल जाएगा। इसमें सबसे पहले तारीख और दर्शन का समय चुनें। आवेदन पत्र खुल जाने पर उसमें मांगी गई जानकारी भरकर समिट कर दें। आवेदन स्वीकृत होने पर एसएमएस से परमीशन मिलेगी।
- टोल फ्री नंबर - 18002331008 पर भी बुकिंग कराई जा सकती है।