उज्जैन. 79 दिन बाद सोमवार को बाबा महाकाल ने भक्तों को दर्शन किए। बाबा के दर्शन को सुबह कृषि मंत्री कमल पटेल भी मंदिर पहुंचे। प्रतिबंध के बाद भी मंत्रीजी के हाथों में पूजन सामग्री नजर आई। बाबा को प्रणाम करते हुए साथ लेकर आए पूजन सामग्री को उन्होंने पुजारी को दिया। पुजारी ने भी उसे थाम लिया। काेरोना को देखते हुए मंदिर में पूजन सामग्री लेकर जाने पर प्रतिबंध है। भक्त केवल बाबा के दर्शन कर सकते हैं। काेरोनाकाल में 21 मार्च के बाद से ही मंदिर में भक्तों का प्रवेश रोक दिया गया था।
देश का नौजवान परिश्रमी और मेहनती, उसे कोरोना का असर नहीं होगा
साेशल डिस्टेंस काे लेकर कृषि मंत्री ने कहा कि वैसे ताे पूरा-पूरा पालन हाे रहा है, लेकिन कहीं मजबूरी में लेाग थाेड़ी पास आ जाते हैं। इससे ज्यादा नुकसान हाेने वाला नहीं है। यदि काेई संक्रमित व्यक्ति किसी के संपर्क में आता है तो ही नुकसान होता है। जो लोग यहां चल फिर कर आ रहे हैं, ये काेरोना पीड़ित नहीं हैं। कोरोना का ज्यादा असर उन्हीं पर हो रहा है जो 65 साल के ऊपर हैं, जो बीमार हैं, जिसे किसी प्रकार की हेल्थ समस्या है। बाकी युवा जो मेहनत करते हैं खून-पसीना बहाते हैं। उनको कोई कोरोना नहीं होता, कोरोना भाग जाएगा। भारत का नौजवान परिश्रमी और मेहनती है, अपना खून-पसीना बहाता है, इसलिए उनके ऊपर कोरोना का असर होने वाला नहीं है।