भोपाल. पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा है कि पैसा लेकर गद्दारी करने वालों को जनता उपचुनाव में हराएगी। सिंह रविवार को जूम के माध्यम से मीडिया से चर्चा कर रहे थे।
उन्होंने दोहराया कि भाजपा में गए 22 विधायकों में से 10 से 12 हमारे संपर्क में थे, लेकिन उनकी मांग बड़ी थी। भाजपा ने इन विधायकों को 25 से 35 करोड़ रुपए दिए। अब कोई विधायक भाजपा में नहीं जाएगा। उपचुनाव में हम सभी 24 सीटें जीतेंगे। उन्होंने कहा कि प्रियंका गांधी ने सिंधिया के घर जाकर कार्यकर्ताओं की मीटिंग की। इतना सम्मान किसी नेता को नहीं मिला, लेकिन उनमें सब्र नहीं था। उन्होंने दुश्मन के साथ दोस्ती कर ली। मैंने भी कहा था कि मैं और कमलनाथ 73-74 वर्ष के हैं, अगले 20-25 साल आपको ही राजनीति करना है, लेकिन उनमें सब्र नहीं था। उन्हें केंद्र में मंत्री बनना था। राज्यसभा में भी पहले स्थान पर रहना था, तो एक बार आकर तो कहते। कांग्रेस में ग्वालियर-चंबल में सारी नियुक्ति करते थे, लेकिन भाजपा में कोई सुनवाई नहीं है।
कमलनाथ से कोई मतभेद नहीं
उन्होंने कहा कि कमलनाथ और उनके बीच कोई मतभेद नहीं है। कई लोगों ने कोशिश की, लेकिन सफलता नहीं मिली। 40 साल पुरानी दोस्ती है और उस पर गर्व है। राज्यसभा में कौन जाएगा, यह पार्टी तय करेगी। उपचुनाव के लिए प्रत्याशी तय करने के लिए कमलनाथ सर्वे करवा रहे हैं। सिंह ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सुझाव मांगे थे। मैंने 25 पत्र लिखे, लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया।
राकेश सिंह की वापसी का विरोध
सिंह ने चौधरी राकेश सिंह की कांग्रेस में वापसी की कोशिश का विरोध किया है। उन्होंने कहा कि वे चलते सत्र में अविश्वास प्रस्ताव के दौरान उप नेता प्रतिपक्ष होते हुए कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे। उन्हें वापस नहीं लेना चाहिए।