दमोह। मध्य प्रदेश के दमोह जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने जनपद पंचायत पटेरा के समन्वय अधिकारी महाराज सींग को सस्पेंड कर दिया है। आरोप है कि समन्वय अधिकारी महाराज सींग दिनांक 24 मार्च से 26 अप्रैल तक अपने कर्तव्य से अनुपस्थित रहे।
बिना सूचना/अवकाश आवेदन के कार्यालय में 24 मार्च से 26 अप्रैल तक अनुपस्थित रहने व मध्यप्रदेश भवन एवं अन्य संनिर्माण कर्मकार मण्डल योजना अंतर्गत पंजीकृत हितग्राही का कन्या विवाह योजना प्रकरण परीक्षण में अपने कर्त्तव्यों और दायित्वों के प्रति लापरवाही बरतने के आरोप में सिविल सेवा (वर्गीकरण, नियम तथा अपील) नियम के तहत मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने जनपद पंचायत पटेरा समन्वय अधिकारी महाराज सींग को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।
जुलाई माह तक स्कूल न खोले जाने के लिए ज्ञापन सौंपा
वहीं दूसरी ओर छात्र क्रांति दल ने शनिवार को मुख्यमंत्री के नाम जिला शिक्षा अधिकारी पीपी सिंह को ज्ञापन सौंपा। जिसमें मांग की गई है कि जुलाई माह तक स्कूल न खोले जाएं। दल के जिला अध्यक्ष कृष्णा सिंह पटैल ने जानकारी देते हुए बताया कि कोरोना वायरस संक्रमण से हमारे देश में प्रतिदिन हजारों लोग संक्रमित हो रहे हैं।
सूत्रों से ज्ञात हुआ है कि प्रदेश सरकार जुलाई माह में शैक्षणिक संस्थान आरंभ करने की रणनीति बना रहा है। कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा खतरा 10 वर्ष से कम उम्र के बच्चों एवं बुजुर्गो को है जुलाई माह में बारिश का मौसम होता है और आम दिनों की अपेक्षा वारिश में संक्रमण तेजी से फै लता है। इस कारण अभिभावकों में डर का माहौल है और वे अपने बच्चों को जुलाई माह में स्कूल भेजने में काफी डरे रहे है। अतः संगठन द्वारा मुख्यमंत्री के नाम यह ज्ञापन सौंपा जा रहा है ताकि प्रदेश सरकार इस महत्वपूर्ण और गंभीर विषय पर चिंतन जरूर करे। जिला उपाध्यक्ष शुभम पटैल ने कहा कि इस महामारी के दौरान शैक्षणिक संस्थान खोलना मूर्खतापूर्ण रहेगा, क्योंकि बच्चों में संक्रमण सहने की शक्ति कम होती है। इसलिए स्कूल खोलना सरकार के लिए भारी पड़ सकता है।