सोशल मीडिया के ग्रुप में खुलकर चल रही बहस
रतलाम। लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन यंत्री के ऊपर एक ठेकेदार द्वारा ₹5 लाख की रिश्वत लेने का आरोप लगाया गया है। इतना ही नहीं रुपए लेने के बाद भी अधिकारी ने ₹2 लाख की मांग की जो पूरी नहीं होने पर ठेकेदार को ब्लैकलिस्टेड कर दिया गया। इस बात से नाराज ठेकेदार ने सोशल मीडिया के ग्रुप में ईई अनुराग सिंह के खिलाफ जमकर आरोप लगाए।
भारतीय जनता पार्टी की सरकार में शासन के द्वारा प्रशासनिक अमल पर नकेल नहीं कसे जाने के कारण ही इस तरह की बातें सामने आने लगी है। कुछ हद तक यह बात सच भी है कि कई जगह जिम्मेदार काम के बदले दाम की बात से भी नहीं चुकते हैं। यही कारण है कि कांग्रेस भी भाजपा सरकार के राज में खुलकर रुपयों की मांग किए जाने और 50 प्रतिशत कमीशन वाली सरकार कहने से नहीं चुक रही है।
रतलाम में ही कुछ समय पूर्व नगर निगम के इंजिनियर पर ज्यादा कमीशन लेने का आरोप लगा था लेकिन इस बार अब लोक निर्माण विभाग के ईई अनुराग सिंह पर पांच लाख रुपए की रिश्वत लेने का आरोप लगा है। दरअसल एक ठेकेदार को 99 लाख के लगभग की 11 किलोमीटर रोड बनाने का टेंडर मिला था।
ठेकेदार ने एक ग्रुप में ईई पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनसे ईई ने पांच लाख रुपए ले लिए और दो लाख नही दे पाया तो आपने मुझे बर्बाद कर दिया। लोक निर्माण विभाग के ईई अनुराग सिंह से जब इस संबंध में जानकारी चाही गई तो उनका कहना था की ठेकेदार ने घटिया और काम लेट कर रहा था, इस कारण उसके ठेके को निरस्त किया गया है।